बालाघाट। नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 14 दिसंबर को गढ़ी क्षेत्र के कमकोदादर जंगल में हुई मुठभेड़ में मारे गए हार्डकोर नक्सली हिड़मा मड़काम उर्फ चैतू का शव शनिवार को उसके स्वजनों को सौंपा गया। जिला अस्पताल स्थित शव गृह में चैतू का शव रखा गया था। बता दें कि चैतू करीब 11 साल पहले नक्सली संगठन में शामिल हुआ था। उसे अत्याधुनिक हथियार चलाना आता था। वह छत्तीसगढ़ में कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा था। बालाघाट पुलिस द्वारा इस साल 2023 में यह चौथा नक्सली है, जो एनकाउंटर में मार गिराया गया।
शव लेने बीजापुर छत्तीसगढ़ से बालाघाट पहुंचे थे स्वजन
शनिवार को शव लेने मृत नक्सली के पिता सन्नू पिता मासा मड़काम, चचेरा भाई मंगू पिता आयतू निवासी पमरा जिला बीजापुर छत्तीसगढ़ से बालाघाट पहुंचे थे। मृत नक्सली के शव को स्वजनों द्वारा शिनाख्त करने के बाद शव उन्हें विधिवत कार्रवाई करने के बाद सौंप दिया गया। स्वजन एंबुलेंस के माध्यम से शव लेकर अपने निवास के लिए रवाना हो गए।
सूचना मिली थी कि जंगल में 10-12 नक्सली जमा हैं
गौरतलब है कि दो दिन पहले जिला बल बालाघाट व मंडला तथा हाकफोर्स के जवानों की कमकोदादर जंगल में प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) संगठन के कान्हा भोरमदेव डिविजन व जीआरबी डिविजन के मलाजखंड दलम तथा टाडा दर्रेकसा संयुक्त एरिया कमेटी के सक्रिया सशस्त्र नक्सलियों में मुठभेड़ हुई थी। सूचना मिली थी कि जंगल में 10-12 नक्सली जमा हैं।
हार्डकोर व तीन राज्यों में 14 लाख का इनामी नक्सली
सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। जवानों की जवाबी कार्रवाई में हार्डकोर व तीन राज्यों में 14 लाख का इनामी नक्सली पमरा जिला बीजापुर छत्तीसगढ़ निवासी हिड़मा मड़काम उर्फ चैतू मारा गया, जबकि शेष नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
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