खंडवा। राजस्थान में लूट-डकैती, धार्मिक भावनाएं भड़का कर दंगा करवाने वाले शातिर बदमाशों को पुलिस ने सात पिस्टल और दस जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। खकनार से अवैध हथियार खरीद कर यह राजस्थान जा रहे थे। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस ने चीराखदान के पास घेराबंदी कर इन्हें धरदबोचा।
इन्हें पिस्टल देने वाले खकनार के दो सप्लायरों की पुलिस को तलाश है। बुधवार को खंडवा डीएसपी अनिल सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि मंगलवार रात्रि करीब 11 बजे मुखबिर से दो व्यक्ति अवैध देशी पिस्टल खरीदी कर खंडवा की ओर आने की सूचना मिली थी। इस पर जसवाड़ी रोड़ पर चीराखदान के पास घेराबंदी कर इन्हे धरदबोचा। इन्हे पुलिस पीछा करने का शक हो जाने से यह मेन रोड़ छोडकर चीराखदान मल्टी की ओर घुसकर भागने की फिराक में थे।
अवैध हथियार की खरीदी- बिक्री की घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेन्द्र तारणेकर व राजेश रघुवंशी के निर्देशानुसार तथा नगर पुलिस अधीक्षक अरविंद सिंह तोमर के मार्गदर्शन में तत्काल टीम का गठन किया गया था। कोतवाली थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर घेराबंदी कर दोनों आरोपित को पकड़ा गया।
पूछताछ करने पर आरोपित ने अपना नाम देराराम पुत्र आदुराम लेगा निवासी ग्राम आरवा थाना सरवाणा, जिला जालौर (राजस्थान) और लक्ष्मण सिंह पुत्र राणाराम सारण निवासी ग्राम कैकड थाना सेडवा, जिला बाडमेर (राजस्थान) का होना बताया। इनके बैग की तलाशी लेने पर सात देशी पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद हुए है।
पूछताछ में पिस्टलें बुरहानपुर जिले के खकनार निवासी दलाल श्रीधर महाजन के माध्यम से देशी पिस्टल और जिंदा कारतूस रणवीर उर्फ रणिया सिकलीगर निवासी ग्राम पाचौरी जिला बुरहानपुर से खरीदना बताया है। इस आधार पर दलाल श्रीधर महाजन और रणवीर सिकलीगर को भी आरोपित बनाया गया है। इस मामले मे कोतवाली पुलिस ने चार आरोपित के खिलाफ आर्म्स एक्ट मे प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
कोतवाली थाना प्रभारी बलराम राठौर ने बताया कि आरोपित को न्यायालय में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है। इस दौरान अवैध हथियार के कारोबार से जुड़े लोगों और रैकेट का पता लगाया जाएगा। खकनार के आरोपितों को पकड़ने टीम गठित की गई है।
आदतन बदमाश है दोनों आरोपित
खंडवा पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर आरोपितों आपराधिक रिकार्ड की जानकारी निकाली हैं। दोनों शातिर बदमाश है। दोनों में से देराराम लेगा पर धार्मिक भावनाओं को आहत करना, लूट, डकैती करना और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराध राजस्थान में दर्ज है। वहीं, आरोपित लक्ष्मण सिंह सारण का आग्नेय शस्त्र के साथ हमला और डकैती करना जैसे अपराध दर्ज होकर शातिर आदतन अपराधी है।
बदमाशों को दबोचने में रही प्रमुख भूमिका
अवैध हथियारों के कारोबारी और गंभीर अपराधों में लिप्त बदमाशों को पकड़ने में कोतवाली थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौर, रामनगर चौकी प्रभारी सुभाष नावड़े, प्रधान आरक्षक अमित यादव, लतेशपाल सिंह तोमर, शेखर गुप्ता, इरशाद अली, आरक्षक अरविंद सिंह तोमर, आरक्षक धर्मेंद्र अहिरवार का योगदान सराहनीय रहा है।
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