जाने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में, वार्ड छात्रराजनीत से शुरू हुआ था सफर

ग्वालियर। मोदी मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य रहे नरेंद्र सिंह तोमर मध्यप्रदेश के नए विधानसभा अध्यक्ष होंगे। नरेंद्र सिंह का जन्म 12 जून 1957 को मुरैना के आेरेठी में तोमर क्षत्रिय परिवार में हुआ था। उन्होंने स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है। वे इस दौरान महाविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे। शिक्षा पूरी करने के बाद वे ग्वालियर नगर निगम के पार्षद पद पर निर्वाचित हुए। इसके बाद वे पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय रहे। वे 1977 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष बनाए गए।

राजनैतिक जीवन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किए गए मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर संगठनात्मक क्षमता के साथ ही प्रशासन पर मजबूत पकड़ और कुशल रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। वे युवा मोर्चा में विभिन्न पदों पर रहते हुए 1996 में युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। तोमर पहली बार 1998 में ग्वालियर से विधायक निर्वाचित हुए और इसी क्षेत्र से वर्ष 2003 में दूसरी बार चुनाव जीता। इस दौरान वे सुश्री उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रहे। बात करने की बजाए काम को तवज्जो देने वाले तोमर पहली बार प्रदेश के मुरैना संसदीय क्षेत्र से वर्ष 2009 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। वे इसके पहले प्रदेश से राज्यसभा सदस्य थे। इसके बाद वे ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से सांसद बने। तोमर इस बार मुरैना-श्योपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उन्हें दिमनी विधानसभा से पार्टी ने मैदान में उतारा और वे 24 हजार से अधिक मतों से जीते।

उत्कृष्ट मंत्री के रूप में हो चुके हैं सम्मानित

उन्हें वर्ष 2008 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष, सोमनाथ चटर्जी ने उत्कृष्ट मंत्री के रूप में सम्मानित किया था। तोमर वर्ष 2008 में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए और उसके बाद वे 15 जनवरी 2009 में निॢवरोध राज्यसभा सदस्य चुने गए। बाद में वे पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री पद पर रहे। तोमर एक बार फिर 16 दिसम्बर 2012 को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए थे।

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