मतदान और परिणाम आने के बाद दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मिले थे मोहन यादव

भोपाल। डा. मोहन यादव को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर भले ही सभी आश्चर्य जता रहे हों, पर उनकी मतदान और परिणाम आने के बाद दो बार दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से भेंट हुई थी। तेलंगाना में उन्होंने पार्टी की ओर से प्रचार के लिए भेजा गया था। वहां से वे दिल्ली से वरिष्ठ नेताओं से मिलकर आए थे।

परिणाम आने के बाद उन्हें दिल्ली बुलाया गया था। हालांकि, तब भी यह तय नहीं था कि उन्हें मुख्यमंत्री का दायित्व दिया जाएगा। सोमवार को स्टेट गैराज ने उन्हें मंत्री के तौर पर मिला सरकारी वाहन भी वापस बुलाया था, जो उन्हें प्रदेश भाजपा कार्यालय छोड़कर आ गया था।

सूत्रों के अनुसार छह दिसंबर को डा. मोहन यादव को दिल्ली बुलाया गया था। उनकी भेंट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई थी। हालांकि, इसके बाद भी यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। वे भी इसको लेकर आश्वस्त नहीं थे।

सोमवार को उन्हें मंत्री के तौर मिला शासकीय वाहन वापस बुला लिया गया था। शासकीय वाहन उन्हें प्रदेश भाजपा कार्यालय छोड़कर वापस भी आ गया था। इस बीच उन्हें विधायक दल का नेता बनाए जाने की सूचना आ गई और शाम को कारकेट मिल गया।

विंध्य कोठी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के बाद सुरक्षा की दृष्टि से उनके विधानसभा विश्रामगृह स्थित आवास विंध्य कोठी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात हो गई। आवास के पीछे का दरवाजा बंद कर दिया गया तो डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगा दिया गया। उधर, उन्हें बधाई देने तुलसीराम सिलावट, अजय विश्नोई सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।

समिधा पहुंचे यादव, संघ पदाधिकारियों से की भेंट

मुख्यमंत्री आवास में शिवराज सिंह चौहान से भेंट करने के बाद डा. यादव संघ कार्यालय समिधा पहुंचे। यहां क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते, भाजपा के राष्ट्रीय संघ संगठन मंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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