Bareilly News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में रैबीज संक्रमित बिल्ली के काटने से पिता-पुत्र की मौत के बाद, लगभग 20 दिन पहले सियार के हमले में घायल हुई 50 वर्षीय महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बरेली में नवाबगंज थाना क्षेत्र के बरखान गांव की रहने वाली 50 वर्षीय पीड़िता छोटी बेगम पर 2 अन्य महिलाओं के साथ पास के जंगल में मवेशियों के लिए चारा इकट्ठा करते समय एक सियार ने हमला कर दिया। जिसके बाद तीनों महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
सियार के हमले से महिला की रैबीज से मौत
हालांकि, शुक्रवार को रैबीज संक्रमण के कारण छोटी की हालत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए फिर से अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बचे लोगों में से एक, 40 वर्षीय अफसरी बेगम ने कहा कि आक्रामक सियार ने छोटी के चेहरे पर काट लिया और मदद करने की कोशिश करते समय वह घायल हो गई। हमारी रक्षा के लिए ग्रामीणों को हस्तक्षेप करना पड़ा और सियार को मारना पड़ा। डॉक्टर ने हमें इंजेक्शन दिए थे लेकिन अब छोटी की संक्रमण के कारण मौत हो गई है और अब मैं अपने आप को लेकर बहुत डरी हुई हूं। इलाके में बहुत सारे सियार हैं लेकिन वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
जानिए, क्या कहना है वन रेंजर के.के. मिश्रा का?
वहीं इस मामले में वन रेंजर के.के. मिश्रा ने कहा कि हम घटना की जांच के लिए गांव में एक टीम भेजेंगे। यदि किसी सियार को ग्रामीणों ने मार दिया है, तो हमें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ सकती है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.