बुरहानपुर। वन भूमि पर अतिक्रमण कर आदिवासी परिवारों द्वारा बोई गई तुअर सहित अन्य फसलों को मंगलवार दोपहर वन विभाग के दल ने जेसीबी से नष्ट कर दिया। विभाग ने करीब पंद्रह हेक्टेयर वन भूमि मुक्त कराने का दावा किया है। उप वन मंडलाधिकारी अजय सागर का कहना है कि आदिवासियों ने काफी समय से वन भूमि पर कब्जा कर रखा था।
बड़ा अभियान चलाया गया
मंगलवार के विभाग के 90 अफसर व कर्मचारियों के दल ने बड़ा अभियान चला कर इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा लिया। वन विभाग की इस कार्रवाई से आदिवासियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि कार्रवाई करनी थी तो शुरुआत में ही कर देते। वर्तमान में तुअर पूरी तरह पक कर तैयार थी और दो-चार दिन में इसकी कटाई होनी थी। विभागीय अफसरों ने इस समय कार्रवाई कर लाखों रुपये की तुअर मिट्टी में मिला दी। जिससे उनकी लागत और मेहनत दोनों बर्बाद हो गई।
प्लांटेशन काटने वालों तक नहीं पहुंचा दल
भावसा गांव के पास वन विभाग द्वारा लाखों की लागत से आंवला और बांस का प्लांटेशन कराया गया था। आसपास के कुछ लोगों ने बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए हैं। मंगलवार को वन विभाग को इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी थी, लेकिन दल उन तक नहीं पहुंचा। इसकी जगह शांति से खेती करने वाले आदिवासियों की फसल उजाड़ दी।
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