बुरहानपुर। वन विभाग की आमगांव चौकी में पदस्थ दो वनकर्मियों द्वारा सरकारी आवास में एक सत्रह वर्षीय आदिवासी किशोरी से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। किशोरी और उसके स्वजन की शिकायत पर खकनार थाना पुलिस ने आरोपित बीट गार्ड सूरज दांगी और निलेश निले के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है। घिनौनी हरकत करने के बाद से आरोपित वनकर्मी फरार हैं।
पुलिस उनकी तलाश कर रही है, लेकिन अब तक वे पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। आश्चर्य जनक पहलू यह भी है कि पुलिस द्वारा रविवार देर शाम एफआइआर दर्ज किए जाने के बावजूद अब तक डीएफओ ने आरोपित कर्मचारियों को निलंबित नहीं किया है।
सूत्रों की मानें तो आरोपित सूरज और निलेश ने 18 नवंबर की रात पहले अपने दो अन्य साथियों के साथ वन चौकी आमगांव में शराब पार्टी की। इसके बाद पास के गांव से खाना बनाने के नाम पर किशोरी को बुलवाया। इसी दौरान उनकी नीयत बदल गई और उन्होंने किशोरी के साथ खोटा काम कर डाला।
खकनार पुलिस ने भी एफआइआर में केवल दो वनकर्मियों को ही आरोपित बनाया है। इस मामले में हमने डीएफओ विजय सिंह से भी बात करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
शराबखोरी के लिए बदनाम हैं वन चौकियां
जिले के विभिन्न वन क्षेत्रों में स्थापित वन चौकियां लंबे समय से शराबखोरी और आदिवासियों के साथ अभद्र व्यवहार व अवैध वसूली के लिए बदनाम हैं। इसे लेकर कई बार वन अफसरों से ग्रामीण शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर विभाग के हाथ खाली हैं। इसके अलावा जंगल की अवैध कटाई में वन कर्मियों की संलिप्तता भी सामने आ चुकी है।
दो बीट गार्डों के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी मिली है। अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसलिए विभाग द्वारा निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई है।
– अजय सागर, एसडीओ, वन विभाग।
वनकर्मी सूरज और निलेश ने नाबालिग को खाना बनाने के लिए आमगांव वन चौकी में बुलाया था। उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। हमने दोनों वनकर्मियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
– विनय आर्य, थाना प्रभारी खकनार।
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