बेंगलुरु के होसुर रोड पर स्थित टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के थिंक कैंपस में बम की झूठी धमकी मिली थी , जिससे कर्मचारियों के बीच दहशत की स्थिति पैदा हो गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, TCS के एक पूर्व कर्मचारी ने फोन पर बेंगलुरु कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी, जिसके बाद कर्मचारियों को वहां से बाहर निकाला गया और परिसर की गहन जांच की गई।
यह घटना मंगलवार की सुबह सामने आई, बम की धमकी मिलने पर कर्मचारियों को तुरंत कार्यालय परिसर से बाहर निकाला गया। कॉल के जवाब में, परप्पाना अग्रहारा क्षेत्र में अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया, और बम निरोधक दस्ते सहित एक टीम तुरंत परिसर में पहुंची। Bomb disposal और dog squads ने परिसर की सावधानीपूर्वक तलाशी ली, लेकिन सौभाग्य से, निरीक्षण के दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
पुलिस द्वारा पुष्टि किए जाने पर कि बम की धमकी एक अफवाह थी, प्रबंधन को निकाले गए कर्मचारियों को वापस लौटने और अपनी सामान्य कार्य गतिविधियों को फिर से शुरू करने की अनुमति देने के लिए हरी झंडी मिल गई। पुलिस के अनुसार, बम की झूठी धमकी देने वाली बेंगलुरु से लगभग 500 किमी दूर स्थित बेलगावी की एक महिला थी। TCS द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद, उसने कथित तौर पर कंपनी के एक ड्राइवर को फोन किया और दावा किया कि परिसर के बी ब्लॉक में बम लगाया गया था।
जांच से पता चला कि यह कृत्य कंपनी के प्रति उसकी नाराजगी से प्रेरित था, और उसे ढूंढने और पकड़ने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, 2023 की यह घटना TCS परिसर में बम की झूठी धमकी की एकमात्र घटना नहीं है। मई में इसी तरह की एक घटना में, हैदराबाद में एक TCS परिसर को नकली बम की धमकी मिली थी, जिसके परिणामस्वरूप 1,500 कर्मचारियों को निकाला गया था। अज्ञात कॉलर, जो कथित तौर पर बेंगलुरु स्थित एक पूर्व TCS कर्मचारी है, ने दावा किया कि कार्यालय परिसर के भीतर एक बम था।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज कोंडापुर परिसर की सुरक्षा टीम ने निकासी प्रक्रिया शुरू करते हुए तुरंत पुलिस से संपर्क किया। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इस कॉलर की पहचान कथित तौर पर बेंगलुरु में TCS के एक पूर्व कर्मचारी के रूप में की गई है, जिसे सुरक्षा विंग से बर्खास्त कर दिया गया था।
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