असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को ‘महादेव’ ऐप घोटाले के सिलसिले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला और कहा कि भगवान महादेव उन्हें नहीं बख्शेंगे और इनसे एक-एक पैसे का हिसाब मांगेंगे। छत्तीसगढ़ के राजिम निर्वाचन क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर नक्सलियों के साथ सांठगांठ करने का भी आरोप लगाया। शर्मा ने कहा, ”हाल ही में जब मैं (चुनाव प्रचार के लिए) बिलासपुर में था तो मुझे पता चला कि भूपेश बघेल ने महादेव (सट्टेबाजी) ऐप के माध्यम से 508 करोड़ रुपये लूटे हैं। इस घोटाले में इससे अधिक की लूट हुयी होगी ।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल का कार्यकाल ढाई वर्ष का था और शेष ढाई वर्ष टीएस सिंहदेव का था। बघेल को ढाई साल बाद और ढाई साल मिल गया जो पैसे के लेनदेन के बिना संभव नहीं था। उन्होंने कहा, ”उन्होंने ऐप का नाम महादेव रखकर घोटाला किया। उसने उसका नाम भूपेश रखा होता या मेरा नाम हिमंत रख दिया होता। लेकिन उन्होंने ऐप का नाम महादेव (के नाम पर) रख दिया। अब महादेव उन्हें नहीं छोड़ेंगे और एक-एक पैसे का हिसाब लेंगे। भूपेश जी, आपको हिसाब देने का समय आ गया है और आपको हिसाब देना होगा।”
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल (सोमवार को छत्तीसगढ़ में अपनी रैलियों के दौरान) कहा था कि जिन लोगों ने महादेव के नाम पर घोटाला किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने कहा, ”भाजपा ने दिल्ली में शराब घोटाला करने वालों को नहीं बख्शा और अब महादेव सट्टेबाजी घोटाले के आरोपियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन हो रहा है।
भाजपा नेता ने कहा, ”मैं असम से आता हूं हमारे असम का डेमोग्राफी बदल गया है। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हो रहा है। रोहिंग्या लोग छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। आज छत्तीसगढ़ के जनजाति इलाके में सनातन धर्म के मानने वाले लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा है। यह कैसा न्याय है ।” उन्होंने कहा, ”नक्सलियों का सफाया पहले ही हो गया होता । भूपेश बघेल नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते। कारण क्या है । ऐसा इसलिए है क्योंकि कांग्रेस और नक्सलियों के बीच ‘‘इलू-इलू आई लव यू” है।”
शर्मा ने कहा, ”अमित शाह जी ने घोषणा की है कि अगर भाजपा छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई तो पांच साल में राज्य से नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा।” राजिम निर्वाचन क्षेत्र उन 70 सीटों में से एक है जहां 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 पर सात नवंबर को मतदान हुआ था। शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। बुधवार को दूसरे चरण का चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा।
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