ग्वालियर।व्यापार मेला में लगने वाले अस्थाई आतिशबाजी मेला के लाइसेंस वितरण और दुकान लगने के बाद अब प्रशासन यह जांच कराएगा कि किसने खुद दुकान नहीं लगाई है। प्रशासन के पास लाइसेंस लेने के बाद इनका दुरुपयोग किए जाने की शिकायतें पहुंची हैं जिसके बाद अब लगी दुकानों की जांच होगी। इसके अलावा एक व्यक्ति को एक ही लाइसेंस दिए जाने के नियम को भी चेक किया जाएगा।
वहीं गुरुवार को आतिशबाजी कारोबारियों ने हंगामा कर दिया। मेला के गेट को पुलिस द्वारा बंद किए जाने को लेकर हंगामा किया। बताया गया है कि पुलिस ने वीआइपी मूवमेंट का हवाला देकर फिलहाल गेट बंद कर दिया है। बता दें कि व्यापार मेला प्राधिकरण में हर साल दीपावली से कुछ दिन पहले अस्थाई आतिशबाजी मेला लगाया जाता है। खेरीज कारोबार की दुकानें यहां और गिरवाई में थोक आतिशबाजी कारोबार की दुकानें हैं। 2007 से यह अस्थाई आतिशबाजी की दुकानें व्यापार मेला में लगाई जा रहीं हैं इससे पहले यह फूलबाग में लगाई जातीं थीं और पहले इंटक मैदान व छत्री बाजार में बाजार लगते थे। आबादी के बीच आ जाने के कारण व्यापार मेला प्रांगढ़ में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बार प्रशासन ने 365 लाइसेंसों का नवीनीकरण किया है।
निगम अमले ने कीटनाशक दवाओं का कराया छिड़काव
शहर में फैल रहीं डेंगू-मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए निगम द्वारा लगातार कालोनियों, मोहल्लों, घर-घर जाकर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव एवं फागिंग आदि कार्य किए जा रहे हैं। गुरुवार को नगर निगम के अमले ने गोल पाड़ा, आनंद नगर, उल्लास नगर, सती विहार कालोनी, राधा विहार कालोनी, उपाध्याय चौक, लोहिया बाजार, थोराट की गोठ, गायत्री विहार कालोनी, शंकर कालोनी, ग्राम नागौर, महाराज बाड़ा सहित विभिन्न क्षेत्रों में दवाएं छिड़कीं।
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