उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 28 जुलाई को भगवान महाकाल को जल अर्पण नहीं करने देने से नाराज महिला कावड़ यात्रियों ने जमकर प्रदर्शन किया था। करीब ढाई घंटे तक महिलाएं गणेश मंडपम में धरने पर बैठी रही थी। महिलाएं कांग्रेस पार्षद माया राजेश त्रिवेदी के साथ मंदिर पहुंची थी। अब महाकाल पुलिस ने डेढ़ माह बाद पार्षद त्रिवेदी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
बता दें कि श्रावण अधिकमास में पार्षद माया राजेश त्रिवेदी मित्रमंडल द्वारा 25 जुलाई से चार दिवसीय चौरासी महादेव, सप्त सागर व नौ नारायण यात्रा का आयोजन किया गया था। 28 जुलाई को शिप्रा तट से महाकाल मंदिर तक कावड़ यात्रा निकाली गई थी। यात्रा में पांच हजार से अधिक महिलाएं शामिल थी।
यात्रा जब महाकाल मंदिर पहुंची, मंदिर प्रशासन ने यात्रा संयोजक माया त्रिवेदी को गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं दी थी। इस पर विवाद हो गया था। त्रिवेदी का कहना था कि अब तक जितनी भी बड़ी कावड़ यात्रा मंदिर पहुंची है, प्रशासन ने उनके प्रमुख को भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने के लिए गर्भगृह में प्रवेश दिया है।
इसलिए उन्हें भी गर्भगृह में जाकर भगवान का जलाभिषेक करने की अनुमति मिलना चाहिए, लेकिन मंदिर प्रशासन इस बात पर राजी नहीं हुआ था। इस कारण जमकर हंगामा हुआ था। गतिरोध बढ़ता देख प्रशासक ने यात्रा संयोजक माया राजेश त्रिवेदी को गर्भगृह की दहलीज से भगवान महाकाल के दर्शन व जलाभिषेक कराया था। इसके बाद मामला शांत हो गया था। मगर घटना के डेढ़ माह के बाद महाकाल मंदिर समिति ने हंगामे को लेकर पार्षद माया त्रिवेदी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज करवाया है।
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