मध्‍य प्रदेश में फिर बारिश का दौर, अगले तीन दिन बने रहेंगे ऐसे ही हालात

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोई मजबूत सिस्टम के सक्रिय न होने के चलते फिलहाल दो-तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बार‍िश के आसार है, लेकिन 13 और 14 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय होने जा रहा है।

15 से अच्‍छी बारिश का अनुमान

इसके असर से 15 सितंबर से प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बार‍िश होने का अनुमान है। नई मौसम प्रणाली के प्रभाव से 21-22 सितंबर तक बार‍िश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल में भारी बार‍िश तो नर्मदापुरम, भोपाल सहित आसपास के जिलों में हल्की बार‍िश होने का अनुमान जताया है।

बांध-जलाशय प्रबंधन की योजना बनाने की सलाह

मौसम विभाग ने 14-18 सितंबर के बीच बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाले संभावित निम्न दबाव क्षेत्र की जानकारी दी है। इसके असर से मध्य प्रदेश में भारी मात्रा में नमी आने का अनुमान है। इससे कई जगहों पर भारी बार‍िश हो सकती है। मौसम विभाग ने नर्मदा-ताप्ती, बेतवा और सोन घाटियों में तदनुसार बांध जलाशय प्रबंधन की योजना बनाने की सलाह दी है। इसके अलावा किसानों को गैर-धान फसलों वाले खेतों में जल जमाव रोकने को भी कहा है।

मंगलवार को कहां कितनी हुई बार‍िश

मंगलवार को सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक भोपाल में 7.4 मिमी, पचमढ़ी में 6.0 मिमी, सतना में 4.0 मिमी, गुना में 0.8 मिमी और ग्वालियर-मंडला में 0.1 मिमी बारिश दर्ज हुई है।

वज्रपात की चेतावनी

मानसून भले ही अंतिम पड़ाव की ओर है, लेकिन इसके बाद भी प्री मानसून की तरह गरज-चमक वाली बार‍िश भी हो रही है। मौसम विभाग ने सिवनी, मंडला, बालाघाट और मुरैना जिलों के लिए मध्यम से भारी बार‍िश/वज्रपात का यलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही रीवा, सागर, शहडोल, भोपाल, नर्मदापुरम और ग्वालियर संभागों के जिलों में तथा छिंदवाड़ा, भिंड, डिंडोरी, श्योपुर कलां, बुरहानपुर और कटनी जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक और वज्रपात की संभावना को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

गरज-चमक के समय सावधानियां

मौसम विभाग ने बताया है कि गरज-चमक के दौरान संभव हो तो यात्रा से बचें। सुरक्षित आश्रय लें। पेड़ों के नीचे शरण न लें। कंक्रीट के फर्श पर न लेटें। कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिकल उपकरणों का प्लग निकाल दें। हवा पानी के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें।

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