सामान्य बुखार मानकर डेंगू को न करें अनदेखा, खून की जांच जरूर करवाएं

इंदौर। पिछले कुछ दिनों से इंदौर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। बीच में जब बारिश थम गई थी तो उस दौरान जमा पानी में डेंगू के लार्वा पनपने के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ी है। इस कारण डेंगू के मरीजों में भी बढ़ोतरी देखने में आ रही है। कई बार लोग वायरल फीवर व डेंगू में अंतर नहीं कर पाते हैं। बुखार आने पर लोग वायरल फीवर ही समझते और उसकी जांच नहीं करवाते हैं।

एमडी मेडिसिन डा. विक्रम बलवानी का कहना है कि डेंगू के मरीजों में तेज बुखार, तेज सिरदर्द व जोड़ों में दर्द व लगातार बुखार बने रहने की समस्या रहती है। कुछ समय बाद मरीज पेट में दर्द, पेट फूलने के लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं। इस दौरान मरीज को बहुत कमजोरी महसूस होती है और चक्कर भी आते हैं।

बुखार के दौरान शरीर में पानी की कमी न हो

इस बीमारी में मरीज के प्लेट्लेट्स गिरते हैं और लिवर, किडनी जैसे अंगों पर गंभीर असर होता है। सांस लेने में परेशानी आती है। किसी भी तरह का बुखार है तो उस दौरान मरीज के शरीर में पानी की कमी न हो इस बात का ध्यान रखें। मरीज को ओआरएस का घोल दिया जाना चाहिए। हल्का सुपाच्य भोजन देना चाहिए। बुखार आने पर चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।

घरों की छत, गैलरी, कूलर या अन्य स्थानों पर पानी जमा न होने दें

साधारण दिखने वाला बुखार भी डेंगू हो सकता है। ऐसे में रक्त की जांच करवाना जरूरी है। डेंगू के इलाज में अनदेखी होने पर मरीज की जान पर भी बन आती है। मरीज के स्वास्थ्य पर ध्यान देने के साथ यह भी ध्यान रखें कि आपके घरों की छत, गैलरी, कूलर या अन्य स्थानों पर पानी जमा न हो। साफ पानी में ही डेंगू के लार्वा पनपते हैं। घरों के आसपास की नालियों व गड्ढों में दवा का छिड़काव भी करवाया जा सकता है।

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