ओंकारेश्वर में सोमवार को बाबा भोलेनाथ की निकलेगी पालकी नर्मदा पार कर करेंगे नगर भ्रमण

ओंकारेश्वर। सावन के पांचवें सोमवार को भगवान ओंकारेश्वर और ममलेश्वर पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। परंपरा अनुसार भगवान ओंकारेश्वर नर्मदा पार कर नगर का भ्रमण करेंगे। सावन में अधिक मास आने से चार की जगह सात सवारी निकलेंगी। इधर सावन में बाबा भोलेनाथ के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु ओंकारेश्वर आ रहे हैं। रविवार को भी मंदिर में भारी भीड़ रही। इस दौरान 70 हजार से अधिक भक्तों ने दर्शन किए।

ओंकारेश्वर में सावन के पांचवें सोमवार को भगवान ओंकारेश्वर.ममलेश्वर के दर्शनों के लिए भीड़ उमड़ेगी। सुबह साढ़े चार बजे से मंदिर परिसर में भीड़ लगना शुरू हो गई थी। दर्शनों का सिलसिला रात 9 बजे तक चलेगा।

इस बीच दोपहर चार बजे भगवान ओंकारेश्वर- ममलेश्वर पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इस दौरान कोटितीर्थ घाट पर पूजन.अभिषेक होगा। तत्पश्चात भगवान ओंकारेश्वर और ममलेश्वर को नौका विहार करवाया जाएगा।

अधिक मास की वजह से सावन के सात और भादौ का एक सोमवार सहित नौ सोमवार को तीर्थनगरी में भगवान की सवारी निकलेंगी। महासवारी 21 अगस्त को निकाली जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होगें। भीड़ को देखते हुए वीआइपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

सुबह नौ बजे तक ही भगवान को सीधे जल और फूल.बेलपत्र चढ़ाने की छूट दी हुई है। इसके बाद गर्भगृह के बाहर ही पात्र में सामग्री ली जा रही है।

पंड़ित आशीष दीक्षित ने बताया कि ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर- ममलेश्वर मंदिर प्रांगण से चार बजे बाबा की पालकी निकलेगी। ढोल-ढमाके के साथ बाबा की रजत प्रतिमा पालकी में विराजित कर भोले शंभू भोलेनाथ के जयघोष के साथ नगर भ्रमण और नौकाविहार कर सवारी देर रात मंदिर पहुंचेगी।

कांवड़ यात्रियों का लगातार आगमन

सावन में बड़ी संख्या में कावड़िए ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं। रविवार को भगवा वस्त्रों में बड़ी संख्या में कावड़िए मां नर्मदा का जल लेकर रवाना हुए। भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर सोमवार को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन सहित अपने शहर के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे। कावड़ियों की वजह से तीर्थनगरी में बोल बम के जयकारे गूंज रहे है।

पार्किंग के अभाव में लग रहा जाम

ज्योतिर्लिंग उज्जैन महाकाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का यहां आगमन होने से मौजूदा व्यवस्थाएं दम तोड़ रही है। बार-बार लगने वाले जाम के कारण घंटों इंतजार के बाद श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच रहे हैं। समाजसेवी नवल किशोर शर्मा सहित अन्य लोगों का कहना है कि प्रशासन से वाहनो की सुविधाजनक पार्किंग और नए बस स्टैंड के पास पड़े मलबे के ढेर हटाकर पार्किंग की व्यवस्था करने की मांग वर्षों से की जा रही है। लेकिन प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं लेने से समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है।

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