गाजियाबाद में धर्मांतरण के आरोपी अब्दुल्ला अहमद और मोहम्मद राहिल के मोबाइल फोन से जो डेटा मिला है,उससे पुलिस मास्टरमाइंड का पता लगाने का प्रयास करेगी। पुलिस का कहना है कि रिकवर डाटा पर मंथन करने से न सिर्फ अब्दुल्ला अहमद के राजफाश होंगे, बल्कि मोहम्मद राहिल की पोल भी खुलेगी। जांचा जाएगा कि राहिल अब तक कितनी लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उन्हें धर्मांतरण के लिए मजबूर कर चुका है।
इसके अलावा उसके टारगेट पर चल रहीं युवतियों की जानकारी हाथ लग सकती है। पुलिस की मानें तो दोनों आरोपियों के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान सामने आ सकती है। सूत्रों का कहना है कि रिकवर डाटा की बारीकी से स्टडी की जा रही है। जिससे धर्मांतरण के पीछे की कट्टरपंथी ताकतों का पता लग सकता है।
धर्मांतरण के विरोध में आई विश्व हिंदू परिषद
खोड़ा थानाक्षेत्र में सामने आए युवती के धर्मांतरण का मामला गरमाने लगा है। विश्व हिंदू परिषद ने धर्मांतरण का विरोध किया है। इसे लेकर विहिप कार्यकर्ताओं ने खोड़ा थाने के एसएचओ को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस तरह की घटनाओं को सुनियोजित बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। विश्व हिंदू परिषद से जुड़े नवीन कोठारी का कहना है कि ज्ञापन में निरंतर सामने आ रहे धर्मांतरण के मामलों को लेकर चिंता जाहिर की गई।
ज्ञापन में कहा गया है कि कुछ माह से हो रहे धर्मांतरण की घटनाओं से पूरा हिंदू समाज चिंतित और आहत है। पुलिस से अनुरोध किया कि इस प्रकरण की गहनता से जांच कर घटना में संलिप्त आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर ऐसा न किया गया तो विश्व हिंदू परिषद लोकतांत्रिक तरीके से अपना कार्य करेगी।
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