हड़ताल के चौथे दिन नर्सों ने शहडोल जिला अस्पताल में किया हवन यज्ञ अंदर परेशान रहे मरीज

शहडोल। मध्य प्रदेश में आज गुरुवार को भी नर्सिंग एसोसिएशन की हड़ताल जारी है। इन दिनों जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में काम करने वाली स्टाफ नर्स हड़ताल पर चल रही हैं। 10 जुलाई से उनकी यह काम बंद हड़ताल चल रही है, जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से पटरी से उतर गई हैं। बुधवार को नर्सों ने जहां शहर की सड़कों पर पैदल मार्च किया था तो वहीं गुरुवार को धरना स्थल पर हवन यज्ञ का आयोजन किया। एक ओर जहां नर्सें हवन और यज्ञ कर रही थीं तो दूसरी ओर अस्पताल में मरीज परेशान हो रहे थे।

इसलिए किया हवन

जिला अस्पताल की नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्ष रोड्रीक कुलदीप सिस्टर ने बताया कि हमने यह यज्ञ इसलिए किया है ताकि सरकार हमारी मांगों को मान ले और हमें हमारा हक देने के लिए तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वेतन विसंगति दूर हो और जो नर्सिंग आफिसर हैं उनको भी रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता दिया जाए। उनका कहना था कि हमारी जो जायज मांगे हैं उन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए वरना इसी तरह से धरना प्रदर्शन चलता रहेगा ।

मेडिकल कालेज में भी किया गया हवन यज्ञ

हड़ताल के चौथे दिन मेडिकल कालेज की नर्सिंग आफिसर्स ने भी मेडिकल कालेज के ओपीडी गेट के बाहर ठीक सामने की ओर हवन वेदी बनाकर के यज्ञ किया। मेडिकल कालेज नर्सिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष मेरिना दास ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पूरे प्रदेश में आज धरना स्थल पर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया है जिसके तहत मेडिकल कालेज में भी हम सभी हड़ताली कर्मचारियों ने यह आयोजन किया है।

मरीज हो रहे परेशान मुश्किल में है जान

उल्लेखनीय है कि नर्स स्टाफ के हड़ताल पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से लड़खड़ा गई हैं। चाहे जिला अस्पताल हो या फिर मेडिकल कालेज यहां पर ना तो सीजर आपरेशन हो रहे हैं और ना ही किसी अन्य तरह के आपरेशन किए जा रहे हैं इमरजेंसी सेवाएं ही उपलब्ध हो पा रही हैं ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।प्राइवेट अस्पतालों ने भी मरीजों को भर्ती करने से अब मना किया जा रहा है क्योंकि इनके यहां पर भी इतनी व्यवस्था नहीं है। इसके चलते अब मरीज बड़े शहरों के निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं ऐसे में उनको काफी पैसा खर्च करना पड़ रहा है। हड़ताल अगर ऐसे ही जारी रही तो स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से चरमरा जाएंगी और मरीजों को इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा । बीते 4 दिनों में ही हड़ताल का असर नजर आने लगा है।

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