सीएम भूपेश का तंज कहा: भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जूझ रहा नेताओं के अकाल से इसलिए कांग्रेस से गए लोगों को दे रहे जिम्मेदारी

रायपुर। देशभर के अलग-अलग राज्यों में भाजपा के केंद्रीय संगठन की तरफ से दूसरे दलों से भाजपा में आए नेताओं को जिम्मेदारी देने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसा है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जो भाजपाई थे, उनको घर बिठा दिया गया है। जो कांग्रेस से भाजपा में आए हैं, उनको जिम्मेदारी दी जा रही है।

भाजपा ने विधानसभा चुनाव की घोषणा पत्र समिति का संयोजक दुर्ग सांसद विजय बघेल को बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने जीवन भर भाजपा की सेवा की उनको लूप लाइन में डाल दिया गया। विजय बघेल जो कांग्रेस में थे, वो अब बीजेपी का घोषणा पत्र बनाएंगे। उनको भाजपा की विचारधारा तक मालूम नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी को बनाया गया, वह पहले कांग्रेस में थी और अब उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। सुनील जाखड़ पहले कांग्रेस में थे, वे अब पंजाब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हो गए। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व प्रदेश में नेताओं के अकाल से जूझ रहा है। उनके पास नेतृत्व करने लायक कोई नेता नहीं बचा है।

रमन नहीं हटेंगे, तब तक बृजमोहन, चंद्राकर का भविष्य नहीं

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के तीन चेहरे बृजमोहन अग्रवाल, प्रेमप्रकाश पांडे और अजय चंद्राकर विधानसभा में चाहे जितना चिल्लाकर बोलें, लेकिन जब तक रमन सिंह को नहीं हटाएंगे, उनका भविष्य गड़बड़ रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने जो कमेटियां बनाई हैं, उसमें रमन सिंह की चली है। विष्णुदेव साय, धरमलाल कौशिक को केंद्रीय कार्यकारिणी में जगह मिली। सबको पता है वे किसके साथ थे। जबकि इन तीनों को हटा दिया गया, किसी को नहीं रखा गया।

ईडी ने डिस्टलरों की संपत्ति क्यों अटैच नहीं की

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि फरवरी 2020 में आईटी की रेड पड़ी थी। अब जुलाई 2023 में ईडी कह रही है कि 2,168 करोड़ का घोटाला हुआ है। बिना एक्साइज ड्यूटी जमा किए शराब फैक्ट्रियों से निकली, तो सबसे पहले डिस्टलरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन ईडी ने न तो डिस्टलरों पर कार्रवाई की, न ही वहां पदस्थ अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की।

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