इंदौर। स्नातक प्रथम वर्ष परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में निजी कालेज के एक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया है। क्राइम ब्रांच ने डेढ़ सौ से ज्यादा छात्रों के वाट्सएप-टेलीग्राम अकाउंट से कड़ियां जोड़ कर आरोपित बनाया है। उसने थाने में रखी पेटी में रखने के दौरान प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर छात्र को भेजी थी।
24 जून को छात्र कल्याण संघ के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत त्रिपाठी ने क्राइम ब्रांच में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश हिंगणकर को शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने केस दर्ज शनिवार रात रेडियंट कालेज के प्रोफेसर भुवनेश पंवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला पंवार ने आदित्य नामक छात्र को पर्चा वाट्सएप पर भेजा था। उसने अन्य छात्रों को भेज दिया। पुलिस ने छात्र को भी हिरासत में लिया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं ली है। पुलिस ने भुवनेश का फोन और तिलक नगर थाने के फुटेज जब्त किए हैं।
छात्र-प्रोफेसर के मोबाइल में मिली चैटिंग
रेडियंट कालेज की संचालिका कांग्रेस नेता है। डीसीपी (अपराध) निमिष अग्रवाल ने एसआइ अंकित शर्मा से जांच करवाई। उन छात्रों के मोबाइल और वाट्सएप-टेलीग्राम अकाउंट की जांच की, जिनके फोन पर प्रश्नपत्र आया था। करीब डेढ़ सौ छात्रों से पूछताछ कर कड़ियां जोड़ी गई। अंत में आदित्य नामक छात्र को हिरासत में लिया तो उसके फोन में भुवनेश से हुई चैटिंग मिल गई। भुवनेश ने उससे कहा था कि तुम्हारा पास होना मुश्किल है। उसने आदित्य को प्रश्नपत्र भेजा था।
थाने में प्रश्नपत्र जमा करने गया था प्रोफेसर
डीसीपी निमिष अग्रवाल ने पूछताछ की तो भुवनेश ने बताया कि परीक्षा के एक दिन पूर्व वह तिलकनगर थाना में प्रश्नपत्र की पेटी जमा करवाने तिलकनगर थाने गया था। उसी दौरान उसने बिजनेस आर्गनाइजेसन एंड कम्युनिकेशन विषय के प्रश्नपत्र का फोटो खींच लिया। करीब 11:39 पर लीक हो गया और कई छात्रों के फोन में पहुंच गया। पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि भुवनेश ने प्रश्नपत्र लीक करने के बदले में छात्र से रुपये लिए या नहीं। इस मामले में किसी कोचिंग संचालक का हाथ तो नहीं है।
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