शहडोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शहडोल दौरा विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए संजीवनी साबित हो सकता है। मप्र उन राज्यों में है, जहां सत्ता की चाबी आदिवासी समुदाय के हाथों में होती है। समुदाय की नाराजगी के चलते ही 2018 में भाजपा को सत्ता गंवानी पड़ी थी। अब सत्ता बरकरार रखने की चुनौती से पार पाने के लिए आदिवासी समुदाय के समर्थन पर ही भाजपा निर्भर है।
वोट शेयर 51 प्रतिशत करने का लक्ष्य
दरअसल, देश में भारतीय जनता पार्टी ने अजेय बनने के उद्देश्य से अपना वोट शेयर 51 प्रतिशत करने का लक्ष्य तय कर रखा है। राज्यों के समीकरण के हिसाब से कई आयाम पर पार्टी लगातार काम कर रही है।
आदिवासी समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण
मध्य प्रदेश सहित लगभग आधा दर्जन राज्य हैं, जहां आदिवासी समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए भाजपा और पीएम नरेन्द्र मोदी लगातार इस समुदाय को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की थी
देश में जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व प्रदेश की राजधानी भोपाल से ही की थी। उन्होंने जनजातीय समुदाय के गौरवाशाली इतिहास को याद करते हुए उन्हें नमन किया था, जिनकी स्वतंत्रता दिलाने में अहम भूमिका थी। इसके बाद उन्होंने मध्य प्रदेश के उन क्षेत्रों में फोकस बढ़ाया, जहां आदिवासी समुदाय की आबादी अधिक है। इसी क्रम में मोदी शनिवार को शहडोल पहुंच रहे हैं।
आदिवासी समुदाय की ओर फोकस
भाजपा की रणनीति है कि फोकस धीरे-धीरे आदिवासी समुदाय की ओर ही बढ़ाते चलें, जिसका अंतत: फायदा भाजपा को ही मिलेगा। आदिवासी समुदाय के कल्याण के मोर्चे पर भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार बेहद सफल मानी जाती रही है। कई ऐसी कल्याणकारी योजनाएं हैं, जिसे भाजपा ने लागू कर इस समुदाय का दिल जीता है। पहली बार राष्ट्रपति पद तक आदिवासी समुदाय को पहुंचाने का श्रेय भी भाजपा, विशेष कर प्रधानमंत्री मोदी को ही जाता है।
गौरव यात्रा की सफलता से पार्टी उत्साहित
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पूर्व खरगोन में गौरव यात्रा का आयोजन शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में हुआ। यात्रा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सहित वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। यात्रा की सफलता से गदगद हुई पार्टी अब प्रधानमंत्री के दौरे से आशान्वित है। प्रधानमंत्री का हर दौरा अलग-अलग मायनों में मध्य प्रदेश की राजनीति में भाजपा को मजबूत करता रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रीवा के दौरे में विंध्य क्षेत्र में भाजपा से नाराजगी को काफी हद तक कम करके पार्टी को राहत पहुंचाई थी।
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