बेटे की हत्या का राज दो माह तक छिपाए रही मां रात में डरी तो बोली- मैंने छत से धक्का देकर मारा

ग्वालियर। कहते हैं पूत कपूत हो सकता है पर माता…कुमाता नहीं, लेकिन ग्वालियर में मां शब्द को कलंकित करने वाली दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।

मां ने साढ़े तीन वर्षीय बेटे को छत से धक्का देकर मार डाला और इसे हादसा बताकर राज दो माह तक छिपाए रही, लेकिन कहते हैं पाप कभी छिपता नहीं है फिर ये तो ममता का ही कत्ल था।

मासूम की चीत्कार उसे नींद में सुनाई देने लगी। घर में सोना, उठना-बैठना तक मुश्किल हो गया और खुद ही पति के सामने जुर्म कुबूल कर लिया कि- मैंने ही बेटे को छत से धक्का देकर मार डाला है।

घटना है थाटीपुर इलाके की है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा तो दर्ज कर लिया है पर अब न तो बच्चे की लाश है न ही घटनास्थल से जुड़ा कोई सबूत। पुलिस अब उस वाइस रिकार्डिंग की जांच करवा रही है, जिसमें महिला ने हत्या करना कुबूल किया है।

सीएसपी विनायक शुक्ला ने बताया थाटीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित तारामाई कालोनी में रहने वाले सिपाही ध्यान सिंह पुत्र कल्लू सिंह राठौर की पोस्टिंग सीएसपी इंदरगंज विजय सिंह भदौरिया के कार्यालय में है।

28 अप्रैल की रात करीब 8.15 बजे उनके पास पत्नी ज्योति का काल आया था। बेटे जतिन उर्फ सन्नी के छत से गिरने की सूचना दी। वह घर पहुंचा, जतिन को अस्पताल ले जाया गया। 29 अप्रैल को बच्चे ने दम तोड़ दिया।

परिवार ने अंतिम क्रिया कर दी क्योंकि पत्नी से यही बताया था कि जतिन खेलते खेलते गिर गया था। बताया जाता है कि ज्योति अक्सर नींद में चौंक जाती थी, पति से बोलती थी- जतिन का चेहरा नजर आता है।

एक दिन नींद में बड़बड़ाने और रोने लगी, तब ध्यान सिंह को शक हुआ। उसने निगरानी शुरू कर दी। पत्नी से बार-बार उसी घटना के बारे में बात करने लगा।

अचानक एक दिन ज्योति ने रोते हुए बता दिया कि बेटे को गुस्से में उसी ने धक्का दे दिया था। ध्यान सिंह ने विश्वास में लेकर पूरी घटना के बारे में बात की और रिकार्डिंग कर ली और उसे पुलिस अधिकारियों के सामने पेश कर दिया।

अनोखे घटनाक्रम पर पुलिस अधिकारी पड़ताल करवाना चाह रहे थे पर बेटे की हत्या से दुखी ध्यान सिंह ने आत्महत्या की धमकी दी तो आखिर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।

सोचा था-बच्चे के हाथ पैर टूट जाएंगे तो घर की दुकान बंद हो जाएगी

सीएसपी विनायक शुक्ला ने बताया कि हत्या की वजह जो वजह सामने आई है, उसके अनुसार पत्नी ज्योति ध्यान सिंह पर दुकान खुलवाने के लिए दबाव डाल रही थी, उसने किराना और प्लास्टिक के सामान की दुकान खुलवा दी पर दुकान चली नहीं। ज्योति इसे बंद करने के लिए कहने लगी।

सिपाही कहता था- सामान पूरा बिक जाएगा तो बंद करा देंगे। सिपाही का कहना है- जब उसने पत्नी से हत्या करने का कारण पूछा तो बोली थी, बच्चे को धक्का इसलिए दिया कि सोचा था- बेटे के हाथ पैर टूट जाएंगे तो दुकान बंद हो जाएगी। उसे अंदाजा नहीं था, वह मर जाएगा।

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