ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार किसी भी व्यक्ति के आचरण, व्यवहार और स्वभाव उसके जन्म की तारीख या महीने से लगाया जा सकता है। चूकि अब जून महीने की शुरुआत हो चूकी है। आप में से कई लोगों का जन्म भी जून के महीने में हुआ है। ऐसे में हम जून में माह में जन्में लोगों की विशेषताएं, स्वाभव और व्यवहार के बारे में जानेंगे। अंक शास्त्रों के अनुसार, जून महीने का अंक 6 होता है। इस पर शुक्र ग्रह का आधिपत्य है। इसलिए इन माह में जन्में लोगों को शुभ अंक 6 होता है। जबकि लंकी नंबर 9 होता है। जून में जन्में लोगों का लकी रंग हरा, पीला और मजेंटा होता है।
अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी
जून माह में जन्में लोगों की अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी होती है। हर कोई इनकी तरफ आसानी से आकर्षित हो जाता है। इनका व्यक्तित्व इन्हें आसपास के लोगों के बीच लोकप्रिय बनाता है। ये लोग आसानी से प्यार में पड़ जाते हैं। हालांकि इनका क्रोध अधिक होता है। एकेडिमक के साथ-साथ खेल सिंगिंग और नृत्य में ये लोग अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
बॉस बनकर काम करना पंसद
इस माह में जन्में लोग सुंदर के साथ सुशील भी होते हैं। ये लोग अपना करियर मनोरंजन या मॉडलिंग में बनाते हैं। इस माह में जन्में लोगों में शासन करने की प्रवृत्ति काफी प्रबल होती है। इन लोगों को किसी के अधीन बंधकर या अंडर में काम करना पसंद नहीं होता है। ये कई बार हर किसी को गुलाम समझ बैठते हैं। इस माह में जन्में लोगों पैसा भी जीवन में खूब कमाते हैं।
तेज दिमाग
जून महीने में जन्में लोगों का दिमाग बहुत तेज होता है। ये लोग किसी से भी अपना काम निकलवाना जानतें हैं। ये लोग मल्टी टैलेंटेड होते हैं। इस माह में जन्में लोगों को व्यंजन बनाने और सबको खिलाने का विशेष शौक होता है।
आइडियाज से होते हैं भरपूर
अंक शास्त्र अनुसार, इस माह में जन्में लोग हमेशा अच्छे आइडिया शेयर करने में सफल होते हैं, जो कि सभी को पसंद आता है। ये लोगों किसी भी कार्य को योजनाबद्ध तरीके से करते हैं। इनका दिमाग हमेशा कूल और क्रेजी आइडियाज से भरा रहता है।
फैशनेबल
जून माह में जन्में लोगों को फैशन की अच्छी समझ होती है। किस मौके पर क्या पहनना चाहिए, ये लोग काफी अच्छे तरीके से समझते हैं। इन लोगों को लक्जरी ब्रांड के कपड़े पहनना ज्यादा पसंद होता है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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