मुंबई: ओडिशा में शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस एक्सीडेंट मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने रेल विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए। पवार ने कहा कि पहले रेल मंत्री ऐसे रेल हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं हैं। बता दें कि ओडिशा के बालासोर में दो ट्रेनों के पटरी से उतरने के बाद मालगाड़ी से टकराने से भीषण हादसा हुआ है। अजित पवार ने कहा, ‘ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना की खबर बेहद दुखद है। इसमें कई यात्री मारे गए और घायल हुए हैं।
देश के रेल इतिहास में हुए इस भीषण हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों को हम भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। साथ ही उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त करते हैं। हादसे में घायल हुए यात्रियों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी करते हैं। पवार ने यह भी कहा कहा कि हम रेल मंत्रालय से दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं नहीं हों, यह सुनिश्चित करने की अपील करते हैं।
इस हादसे में करीब 250 लोगों की मौत हो चुकी है। पहले हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे यह डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। इसके बाद यह डिब्बे मालगाड़ी से टकरा गए।
हादसे के बाद लोग मदद के लिए गुहार लगा रहे यात्रियों को स्थानीय लोगों ने ट्रेन से बाहर निकालने में मदद की। इस तरह कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। साथ ही ट्रेन में सवार कई यात्रियों ने भी अपने आसपास के यात्रियों को बचाने में मदद की। इस तरह हादसे में लोगों ने मानवता की मिसाल कायम की।
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