जबलपुर। डुमना एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन से विमान में सीधे दाखिल होने के लए पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज लग चुका है। हालांकि अभी यह सुविधा प्रारंभ नहीं हुई है] लेकिन काम पूरा होने के बाद पैसेंजर के लिए बेहद सुविधाजनक साबित होगा। प्रदेश में इंदौर और भोपाल के बाद जबलपुर के एयरपोर्ट में बोर्डिंग ब्रिज की सुविधा मिलेगी। करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से डुमना एयरपोर्ट विस्तारीकरण के तहत यह कार्य किया जा रहा है। Dumna Airport प्रबंधन का दावा है कि तीन बोर्डिंग ब्रिज में दूसरा अगले कुछ दिन में और तीसरा ब्रिज सिंतबर तक लगने की संभावना है।
एसेंबल कर लाया गया जबलपुर
एयरपोर्ट के निदेशक व्हीके सूरी ने बताया कि सितंबर 2023 तक टर्मिनल का काम पूरा हो जाएगा। काम की गति थोड़ी धीमी जरूर हुई है। नियम के मुताबिक साल 2021 में यह काम पूरा होना था लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण काम नहीं हो पाया। बता दें कि एयरोब्रिज तीन टर्मिनल से जुड़ें होंगे जिनके माध्यम से पैसेंजर सीधे टर्मिनल भवन से ही विमान के अंदर पहुंच जाएंगे। इस ब्रिज का स्ट्रक्चर नागपुर में बनाया जा रहा है जिसके बाद इसे एसेंबल कर जबलपुर लाया गया।
300 से ज्यादा कार की पार्किंग का इंतजाम
व्ही के सूरी ने कहा कि एक ब्रिज लग चुका है। दूसरा जल्द आ रहा है। डुमना एयरपोर्ट में बन रहे आधुनिक नए टर्मिनल भवन की लागत करीब 200 करोड़ रुपये है। अभी पुराने टर्मिनल से पैसेंजर को प्रवेश करने के बाद विमान तक पहुंचने के लिए बस में बैठकर 250 मीटर तक जाना पड़ता है। इस दौरान लगेज उठाना चढ़ाना पड़ता है इस अतिरिक्त श्रम से भी राहत मिलेगी। नए टर्मिनल भवन में 500 पैसेंजर के बैठक की क्षमता होगी। इसके अलावा 300 से ज्यादा कार की पार्किंग करने का इंतजाम होगा।
चार एयरबस, चार छोटे एयरक्राफ्ट खड़े करने की सुविधा
एयरपोर्ट विस्तार के साथ ही पार्किंग स्पेस भी बढ़ा। अभी दो जहाज खड़े करने की जगह है लेकिन विस्तारीकरण के पश्चात एक समय पर चार एयरबस और चार छोटे एयरक्राफ्ट खड़े करने की सुविधा मिल गई है। इस सुविधा से विमानों में बेवजह बर्बाद होने वाला ईधन भी बचेगा।
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