इंदौर। आगामी सत्र के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने आनलाइन काउंसलिंग रखी है। गुरुवार से छात्र-छात्राएं पसंदीदा पाठ्यक्रम में पंजीयन करवा सकेंगे। काउंसलिंग के माध्यम से विद्यार्थियों को सरकारी और निजी कालेजों से संचालित स्नातक-स्नातकोत्तर कोर्स में प्रवेश दिया जाएगा।
प्रदेशभर में स्नातक की छह लाख और स्नातकोत्तर कोर्स की तीन लाख सीटें हैं। नेशनल काउंसिल फार टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) से मान्यता प्राप्त कोर्स की 73 हजार सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। छात्र-छात्राएं एमपी आनलाइन के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। यूजी-पीजी पाठ्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को पंजीयन के लिए पंद्रह दिन का समय दिया है। इस बीच दस्तावेजों का सत्यापन भी किया जाएगा। साथ ही च्वाइस फिलिंग के माध्मय से विद्यार्थियों को पसंदीदा कालेज का चयन करना होगा।
तीन राउंड में होगी काउंसलिंग
उधर बीएड-एमएड, बीएडएमएड, बीपीएड-एमपीएड, बीएससी बीएड, बीएबीएड सहित अन्य एनसीटीई पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विभाग ने काउंसिलिंग के तीन राउंड रखे हैं, जिसमें सीएलसी नहीं करवाई जाएगी। विभाग ने खाली सीटों के लिए काउंसलिंग में एक या दो राउंड बढ़ाने की बात कही है।
सीयूईटी काउंसलिंग में करवा सकेंगे रजिस्ट्रेशन
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभागों से संचालित होने वाले पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर सीयूईटी काउंसलिंग होना है। प्रवेश समिति की तरफ से 20 जून बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया रखने का सुझाव दिया है। फिलहाल सीयूईटी काउंसलिंग की तारीख तय होना बाकी है। हालांकि, अगले सप्ताह कुलपति डा. रेणु जैन ने काउंसलिंग के संबंध में बैठक रखी है, जिसमें विभागाध्यक्षों को भी बुलाया है। सीयूईटी यूजी-इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम की 21 से 31 मई और पीजी पाठ्यक्रम की 1 से 7 जून के बीच परीक्षा रखी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी 10-15 दिन के भीतर रिजल्ट जारी कर सकता है।
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