नौकरी दिलाने के नाम पर रिश्तेदार से 13 लाख रुपये की ठगी व फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने वाले को किया गिरफ्तार

 आष्टा। भोपाल के होमगार्ड कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी राजीव कुमार पिता देवीलाल आमले (50) निवासी बड़ोदिया जिला शाजापुर ने तहसील के थाना पारवा गोसाई ग्राम के व्यक्ति को नौकरी दिलाने का झांसा देकर रुपये ऐंठें। पांच माह पहले पार्वती थाने में इस संबंध में ग्रामीणों ने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसकी पार्वती थाना प्रभारी विक्रम आदर्श ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जांच करके आरोपित को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।

थाना प्रभारी पार्वती विक्रम आदर्श को थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी कर आम जनता से ठगी करने वाले आरोपितों को तत्काल तलाश कर गिरफ्तारी के लिए दिशा निर्देश दिए थे। आरोपित को न्यायाधीश रजवी के न्यायालय में पेश कर दो दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। उपरोक्त दिशा निर्देश के पालन में थाना पार्वती पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी करने में सफलता प्राप्त की है।

पार्वती थाना प्रभारी विक्रम आदर्श ने बताया कि 23 दिसंबर 2022 को आवेदक निवासी पारवा गोसाई थाना पार्वती में शिकायत की थी। भोपाल होमगार्ड कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी ने उसे विश्वास में लेकर उसके दो पुत्रों को मध्यप्रदेश पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर 13 लाख रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र व ट्रेनिंग में जाने का पत्र देकर धोखाधड़ी की है जिस पर से थाना पार्वती में तीन अप्रैल को आरोपित के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। विवेचना के दौरान आरोपित की तलाश के लिए टीम गठित की गई तथा आरोपित की तलाश के लिए मुखबिर तैनात किए गए।

मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपित को ग्राम अवंतिपुर बड़दिया से नदी के किनारे से स्टाफ की मदद से घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपित से पूछताछ करने पर बताया कि उसने अपने रिश्तेदार चंदरसिंह पिता मोतीसिंह मालवीय निवासी पारवा गोसाई से उनके दो लड़के मनोज व विशाल को मप्र पुलिस में भर्ती करवाने व भंवरी कलां ट्रेनिंग में भिजवाने तथा खजूरी थाना पोस्टिंग के नाम पर 6 अप्रैल 2021 से 15 जनवरी 2022 के बीच थोड़े-थोड़े करके कुछ नकद व कुछ रुपये मेरे बैंक खाता ट्रांसफर करवा लिए थे। करीब तेरह लाख रुपये चंदरसिंह से लिए थे, वह रुपये मैंने मेरे इलाज में, खाने पीने में तथा मकान बनवाने में खर्च कर दिए है तथा एक पत्र कार्यालय कमांडेंड केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान पीटीएस उज्जैन पंवासा उज्जैन तथा उस पर अनिल सिंह कुशवाह कमांडेंट भोपाल के नाम से जारी जिसमें कुल 22 आरक्षकों की ट्रेनिंग का पत्र स्वयं ने रायल मार्केट भोपाल में एक टाईपिंग की दुकान पर टाईप करवाकर स्वयं ने अनिल कुशवाह कमांडेंट के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उस पत्र की छायाप्रति चंदरसिंह को दे दी थी। जिसमें नंबर 01 पर मनोज कुमार पिता चंदरसिंह तथा 22 नंबर पर विशाल कुमार पिता चन्दरसिंह का नाम दर्ज है, उस पत्र की मूल प्रति व एक छायाप्रति आरोपित के कब्जे से जब्त कर आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.