मन की शांति और मानसिक बीमारियों से छुटकारा दिलाता है रुद्राक्ष, जानिए जरूरी नियम

सनातन धर्म में रुद्राक्ष को बेहद ही शुभ माना जाता है। इसे शिव शंकर का आंसू बताया गया है। अधिकतर लोग रुद्राक्ष को घर के पूजन स्थल पर रखकर इसकी विधिवत पूजा करते है।

तो वही कुछ लोग रुद्राक्ष धारण करना पसंद करते है।

मान्यता है कि रुद्राक्ष को अगर सही तरीके व ज्योतिषीय सलाह के साथ धारण किया जाए तो इससे मानसिक बीमारियों से मुक्ति मिलती है साथ ही साथ मन की शांति व धन वृद्धि भी होती है, तो आज हम आपको अपने इस लेख में रुद्राक्ष धारण करने से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते है।

रुद्राक्ष धारण करने के नियम-
ज्योतिष अनुसार अगर आप रुद्राक्ष का लाभ पाना चाहते हैं तो ऐसे में आप इसे नियम अनुसार धारण भी कर सकते है। ज्योतिष की मानें तो रुद्राक्ष को हमेशा ही लाल या फिर पीले रंग के धागे में ही धारण करना चाहिए इससे शुभ माना जाता है। इसे धारण करने के लिए पूर्णिमा, अमावस्या और सोमवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है।

वही इसके अलावा रुद्राक्ष को धारण करने के बाद मास मदिरा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। रुद्राक्ष को पहनने से पहले स्नान जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही समय समय पर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप जरूर करें। वहीं रुद्राक्ष को कभी भी श्मशान घाट या अंत्येष्टि में नहीं ले जाना चाहिए इसे अच्छा नहीं माना जाता है।

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