‘ॐ हृां मित्राय नम:’ इस मंत्र के जाप से स्वास्थ्य बेहतर होता है तथा कार्य करने की क्षमता बढ़ती है. अर्घ्य देते वक़्त इसका जाप करें. तपेदिक से पीड़ित व्यक्तियों को सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
तपेदिक से पीड़ित लोगों को सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए. ‘ॐ हृीं रवये नम:’ मानसिक शांति एवं बुद्धि बढ़ाने के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें. मानसिक शांति एवं बुद्धि बढ़ाने के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें. ‘ॐ हूं सूर्याय नम:’
मूत्राशय से संबंधित समस्या को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करें. ‘ॐ ह्रां भानवे नम:’ मलाशय से संबंधित परेशानी के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें. ‘ॐ हृों खगाय नम:’ बल एवं धीरज को बढ़ाने के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करें. ‘ॐ हृ: पूषणे नम:’ शारीरिक, बौद्धिक एवं मानसिक शक्तियों के विकास के लिए छात्रों को इस मंत्र का जाप करना चाहिए. ‘ॐ ह्रां हिरण्यगर्भाय नमः’
निरोगी काया प्राप्त करते के लिए मनुष्य को इस मंत्र का जाप करना चाहिए. ‘ॐ मरीचये नमः’ सूर्य देव के इस मंत्र के जाप से बुद्धि तेज एवं आर्थिक समस्या दूर होती है. ‘ॐ आदित्याय नमः’ इस मंत्र के जाप से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है तथा कल्पना शक्ति में वृद्धि होती है. ‘ॐ सवित्रे नमः’ वेदों के रहस्यों को जानने के लिए इस मंत्र का जाप करें. इससे दिमाग मजबूत होता है. ‘ॐ अर्काय नमः’ सूर्य देव के इस मंत्र के जाप से आंतरिक एवं बाहरी शरीर स्वच्छ रहता है. ‘ॐ भास्कराय नमः’
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