PPF पर सरकार ने नहीं बढ़ाया ब्याज

भारत सरकार की ओर से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को बढ़ा दिया गया है। सरकार द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी 10 आधार अंक या 70 आधार अंक (0.10 प्रतिशत से लेकर 0.70 प्रतिशत) की गई है। जिन योजानओं पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई है, उसमें सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि अकाउंट स्कीम, मासिक इनकम सेविंग सेविंग, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र और पोस्ट ऑफिस एफडी का नाम शामिल है।

बड़ी बात यह है कि सरकार ने इस बार पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर ब्याज को 7.1 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। आज हम अपनी रिपोर्ट में उस तरीके के बारे में जिसके बाद आप ब्याज न बढ़ने के बावजूद अधिक रिटर्न कमा सकते हैं।

क्या है पीपीएफ? 

पीपीएफ एक केंद्र सरकार की स्कीम है। इस योजना की मैच्योरिटी अवधि 15 साल होती है। इसके बाद आप पांच-पांच साल की अवधि के लिए इसे बढ़ा सकते हैं। अकाउंट 100 रुपये की न्यूनतम राशि से खोल सकते हैं। इस खाते को एक्टिव रखने के लिए एक साल में कम से कम 500 रुपये जमा करने होते हैं। आप किसी पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में जाकर खोल सकते हैं। पीपीएफ पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.50 लाख रुपये तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे करें अपने रिटर्न को मैक्सिमम?

जानकारों का कहना है कि पीपीएफ पर ब्याज को कैलकुलेट 5 तारीख से लेकर महीने की आखिरी तारीख पर खाते में मौजूद मिनिमम बैंलेस के आधार पर की जाती है। इस कारण किसी भी निवेशक को मैक्सिमम रिटर्न पाने के लिए चार तारीख से पहले खाते में पैसा जमा कर देना चाहिए।

 

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