जिन लोगों ने हिंसा भड़काई वह हिंदू नहीं थे, उन्हें बाहर से लाया गया था: सीएम ममता बनर्जी

कोलकाता । पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की हिंसा आगजनी पर सियासत होने लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को बीजेपी की साजिश बताया है। मीडिया से बातचीत में ममता बनर्जी ने कहा कि इस मामले में अब तक 41 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बंगाल की सीएम ने कहा कि बाहर से लोगों को यहां लाया गया और इसके बाद सुनियोजित तरीके से हिंसा भड़काई गई। ममता ने आरोप लगाया कि बीजेपी बंगाल के माहौल को खराब करना चाहती है।
वहीं भाजपा ने ममता बनर्जी पर पटलवार करते हुए झूठ बोलने का आरोप लगाया है। हावड़ा में रामनवमी के दिन शोभायात्रा के दौरान हिंसा और आगजनी हुई थी। इस बीच हावड़ा में लगातार दूसरे दिन तनाव देखा जा रहा है। शिवपुर में आज शुक्रवार को फिर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है।
ममता बनर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमने किसी शोभा यात्रा या रामनवमी यात्रा पर रोक नहीं लगाई। पहले बीजेपी वाले प्रॉब्लम क्रिएट करते हैं, फिर आरोप लगाते हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है। अपराधियों का कोई धर्म नहीं होता। इस मामले में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हावड़ा हिंसा में 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने हिंसा भड़काई वह लोग हिंदू नहीं थे, उन्हें बाहर से लाया गया था। भाजपा ने सुनियोजित तरीके से सोची-समझी साजिश के तहत हिंसा फैलाई। भाजपा बंगाल को अशांत करना चाहती है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हिंसा में शामिल नहीं हैं, क्योंकि वह रमजान में व्यस्त थे। बंगाल में अशांति का मतलब देश में अशांति है। भाजपा के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर लड़े। विपक्षी दलों से अनुरोध है कि साथ आएं और बीजेपी से लड़ें।
बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि मैं बंगाल के मुख्य सचिव से अपील करता हूं कि शिबपुर, हावड़ा, ढालखोला और उत्तर दिनाजपुर में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर काबू पाने के लिए तत्काल कदम उठाएं।
बीजेपी की आईटी सेल के हेड और बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर सवाल उठाए हैं। मालवीय ने कहा है कि विश्व हिंदू परिषद को रामनवमी पर शोभायात्रा की इजाजत दी गई थी। बीई कॉलेज से रामकृष्णपुर घाट तक शोभायात्रा निकालने की अनुमति मिली थी। पहले से मंजूर किए गए रूट से ही शोभायात्रा निकल रही थी। जब ममता बनर्जी यह कहती हैं कि रूट बदला गया तो वह झूठ बोलती हैं। उन्होंने जांच और कानून व्यवस्था संभालने वाली एजेंसियों को पूर्वाग्रह से ग्रसित कर दिया है।

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