शनिवार रात को तेज बारिश व हवा के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 78 दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार को दिल्ली का प्रदूषण स्तर 205 दर्ज किया गया था।
बारिश के असर से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में भारी गिरावट दर्ज हुई। शनिवार रात को तेज बारिश व हवा के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 78 दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार को दिल्ली का प्रदूषण स्तर 205 दर्ज किया गया था। वहीं, गाजियाबाद में 64, ग्रेटर नोएडा में 68, गुरुग्राम में 70 व नोएडा में 74 एक्यूआई दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तीन दिनों तक प्रदूषण स्तर में सुधार की उम्मीद जताई है। मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक, 28 मार्च तक वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रहने की संभावना है। रविवार को उत्तर-पश्चिम व उत्तर दिशा से 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। इससे एक्यूआई बेहतर बनेगा रहेगा।
दिल्ली-एनसीआर में बीते सप्ताह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। तीन से चार दिन बारिश के कारण मौसम सुहावना बना रहा। मार्च के में 25-26 मार्च को अधिकतम तापमान 30.6 और न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस रहता है, जबकि 27-31 मार्च तक तापमान 32 डिग्री व 18 डिग्री सेल्सियस रहता है।
16 मार्च को अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण हुई बारिश से 19 मार्च से तापमान में गिरावट होनी शुरू हुई। इसके बाद से तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही बना हुआ है, जबकि न्यूनतम तापमान 14 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।
मौसम विभाग के उपमहानिदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही मार्च मध्य के बाद से तापमान में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। हम ऐसा कह सकते हैं कि बीते सालों के मुकाबले में मार्च कुछ ठंडा रह सकता है, लेकिन इसकी स्पष्ट स्थिति का पता 31 मार्च तक ही चलेगा।
29 मार्च की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसका असर दिल्ली-एनसीआर में 30 मार्च को देखने को मिलेगा। बारिश के कारण अधिकतम तापमान में भी कमी आएगी। ऐसी संभावना है कि अभी जितना अधिकतम तापमान चल रहा है उससे भी कम हो जाए।
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