इंदौर । एक अप्रैल से 15 साल पुराने कमर्शियल वाहनों को हटाने के आदेश के बाद अब वाहनों को सड़कों से हटाने की तैयारी शुरुू हो गई है। इस मामले में बस ऑपरेटरों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि कोविड के दो साल में बसें बंद रहीं, इसलिए दो साल की छूट दी जाना चाहिए, ताकि बस ऑपरेटरों का नुकसान न हो।
इंदौर में भी बड़ी संख्या में कई ऐसी बसें हैं जो 1 अप्रैल से बाहर हो जाएंगी। इन बसों की उम्र 15 साल पूरी हो गई है। प्राइम रूट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के साथ-साथ परिवहन सचिव फैज अहमद किदवई के साथ-साथ परिवहन आयुक्त संजय झा को एक पत्र लिखा है। पत्र में मांग की गई है कि जिन बसों की उम्र 15 साल हो रही है, उनके दो साल और बढ़ाए जाएं। अध्यक्ष गोविंद शर्मा के मुंताबिक कोरोना काल में स्टेट कैरेज के वाहनों का संचालन बंद था और दो साल तक वाह सड़कों पर नहीं थे। अगर इन वाहनों ाके दो साल और सड़क पर चलने की छूट दी जाए तो बस मालिकों को आसाानी होगी। वहीं कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई भी हो सकेगी। बस ऑपरेटरों का कहना है कि इस मामले में सरकार ने पहले ही बसों का टैक््स भी माफ किया था, उसके आधार पर बसों को छूट दी जा सकती है।
ऐसे की जाती है शुद्धता की पहचान
गोल्ड की प्योरिटी चेक करने का एक तरीके होता है। इसमें हॉलमार्क से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं, इन निशानों से गोल्ड की प्योरिटी चेक की जाती है। इसमें 1 कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक का स्केल होता है। अगर 22 कैरेट का गोल्ड है तो उसमें 916, 21 कैरेट का सोना है तो उस पर 875 लिखा होता है। 18 कैरेट के गोल्ड पर 750 लिखा होता है। वहीं, यदि गोल्ड 14 कैरेट का होगा तो 585 अंकित होगा। यदि 24 कैरेट का गोल्?ड होगा, तो तो उस पर 999 अंकित होता है।
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