ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हैं हेरोइन के पैकेट, मादक पदार्थ तस्करी के लिए राजस्थान सीमा बनी आसान राह

राजस्थान | राजस्थान में गंगानगर सीमा पर बीते महीनों बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन सौ करोड़ की हेरोइन पकड़ी गई थी। दो दिन पूर्व बीकानेर जिले में स्थित सरहद पर बीएसएफ ने तस्करों की ऐसी एक और कोशिश को नाकाम किया।

अफगानिस्तान से यूरोपीय व अफ्रीकी देशों तक जाने वाले मादक पदार्थों की तस्करी के लिए अब राजस्थान से सटी पाकिस्तान सीमा आसान राह बन गई है। बरसों पहले इसी सीमा से मादक पदार्थ व हथियारों की तस्करी का नेटवर्क चल रहा था। खासकर बाड़मेर और जैसलमेर सीमा से तस्करी होती थी, लेकिन यहां सख्ती होने के बाद तस्कर पंजाब सीमा के रास्ते दिल्ली व मुंबई तक मादक पदार्थ की खेप भेजने लगे। अब फिर पंजाब सीमा पर सख्ती के बाद राजस्थान की श्रीगंगानगर और बीकानेर सीमा के रास्ते मादक पदार्थो की तस्करी के लिए इस्तेमाल होने लगे हैं।

हालांकि बीएसएफ के आधुनिक उपकरणों से चौकसी की वजह से तस्कर तारबंदी पार करने के बजाय ड्रोन के माध्यम से मादक पदार्थ व हथियारों की तस्करी कर रहे हैं। पिछले एक साल में राजस्थान सीमा से पांच सौ करोड़ की हेरोइन की तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं।

सीमा पार से राजस्थान होकर आए हथियार

दो दशक पहले कोलकाता के ट्रेड सेंटर में हुए आतंकी हमले में प्रयुक्त हथियार जैसलमेर सीमा से लाए गए थे। बाड़मेर सीमा से लाई बड़ी मात्रा में हथियार व मादक पदार्थ की खेप को तत्कालीन एसपी एस सेंगाथीर ने पकड़ा था। बाड़मेर सीमा से खालिस्तान समर्थक आतंकियों के लिए भेजी गई विस्फोटक, हथियार व मादक पदार्थो की खेप जोधपुर में पकड़ी गई थी। पजांब के लुधियाना के एक सिनेमा में हुए बम धमाके में प्रयुक्त विस्फोटक जैसमलेर सीमा से लाया गया था।

एक माह में 300 करोड़ की हेरोइन पकड़ी

गंगानगर सीमा पर बीते महीनों बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन सौ करोड़ की हेरोइन पकड़ी गई थी। दो दिन पूर्व बीकानेर जिले में स्थित सरहद पर बीएसएफ ने तस्करों की ऐसी एक और कोशिश को नाकाम किया। जवानों ने फायरिंग कर हेरोइन लाने वाले एक ड्रोन को नष्ट किया है। इस ड्रोन से करीब तीन किलो हेरोइन जब्त की, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब दस करोड़ रुपये बताई जा रही है।

सीमा पर रेतीले टीलों में माल छुपाना आसान

अफगानिस्तान से आने वाली हेरोइन यूरोपीय देशों में सप्लाई के लिए राजस्थान सीमा सबसे सुरक्षित राह मानी जाती है। तस्कर बाड़मेर व जैसलमेर के रेतीले इलाकों से मादक पदार्थ व हथियारों की खेप ले आते हैं। डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि तस्करों को  पकड़ा जाना चाहिए ताकि श्रीगंगानगर, बीकानेर क्षेत्र तस्करी के मामले में पंजाब जैसा न बन सकें।

 

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