पुलिस का दावा है कि यदि प्रदर्शनकारियों को नहीं रोका जाता तो आदिवासी समाज के दो वर्गों के मध्य संघर्ष की स्थिति निर्मित हो सकती थी। वहां उपस्थित महिलाओं बच्चों को भी चोट लगना सम्भावित थी इसके अलावा बड़ा देव का झंडा लगाने की कोशिश करने पर पूजा स्थल पर तोड़फोड़ भी हो सकती थी।
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में शुक्रवार को झंडा लगाने और पूजा को लेकर हुए बवाल के बाद पुलिस ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के जिला अध्यक्ष जे लिंगो समेत 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसके अलावा पुलिस ने 140 लोगों को नोटिस भी जारी किया है। इस बवाल में एसपी, एसएसपी और 20 जवान सहित 16 प्रदर्शनकारी भी घायल हुए थे। बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्य एमपी से भी प्रदर्शनकारी पहुंचे थे।
जानकारी के मुताबिक, बोडला ब्लॉक,थाना भोरमदेव अंतर्गत गौरी चौरा स्थल पर बूढ़ा देव की पूजा ग्राम के आदिवासी समाज द्वारा की जाती है। गांव में शुक्रवार को धार्मिक स्थल पर झंडा लगाने व पूजा अर्चना करने को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया था। इस दौरान पुलिस और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो वे उग्र हो गए और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो लाठी चलाते हुए विवादित स्थल की ओर बढ़ने का प्रयास करने लगी।
पुलिस ने सभी आरोपियों पर धारा 147, 148, 149, 332, 307 के तहत मामला दर्ज किया है। प्रदर्शनकारियों में महिला बुजुर्ग सहित नाबालिग बच्चे भी शामिल थे। आरोपियों के पास से लाठी, डंडे, 30 बाइक, 60 मोबाइल और एक पिकअप वाहन जब्त किया है। सभी आरोपियों को गोंडवाना गड़तंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष जे लिंगो के अवैध तरीके से कब्जा किए मकानों में छिपाया गया था। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को पकड़ा। प्रदर्शनकारियों में जिले के अलावा मुंगेली, बिलासपुर जिले के सीपत, कोरबाऔर मध्यप्रदेश के बालाघाट के लोग शामिल हैं। AA
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