भोपाल । छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय अधिवेशन में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए फ्री हैंड दिया गया है। मध्य प्रदेश के नेताओं ने भी कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात को स्वीकार कर लिया है। कमलनाथ के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव की सभी तैयारियों को अंतिम स्वरूप दिया जाएगा। चुनाव अभियान, प्रत्याशियों के चयन इत्यादि में कमलनाथ की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होगी।
केंद्रीय हाईकमान का मानना है, कि कमलनाथ वरिष्ठ केंद्रीय नेता है। उनका राजनीति में 50 साल का अनुभव है। परिस्थितियों को देखते हुए वह निर्णय लेने में पूरी तरह से सक्षम हैं। इस साल कई अन्य राज्यों के भी चुनाव हैं। इसको देखते हुए केंद्रीय हाईकमान ने मध्य प्रदेश की बागडोर कमलनाथ के हाथ में सौंपने का निर्णय लिया है।
पिछले 5 वर्षों से वह लगातार मध्यप्रदेश में दौरे कर रहे हैं। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पिछले वर्षों में उन्होंने राजनीतिक सामाजिक एवं संगठन स्तर पर बेहतर जमावट की है। कमलनाथ मध्य प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ समन्वय बनाये रखने में सक्षम है। ऐसी स्थिति में केंद्रीय हाईकमान मध्यप्रदेश के मामले में न्यूनतम हस्तक्षेप जरूरत पड़ने पर ही करेगा। मध्य प्रदेश 2023 का विधानसभा चुनाव जिताने की जिम्मेदारी कमलनाथ की होगी।केंद्रीय हाईकमान को भरोसा है, कमलनाथ हर किस्म से सक्षम हैं। उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश का चुनाव हर हालत में कांग्रेस जीतेगी। इसलिए उन्हें पूरे अधिकार दिए गए हैं। पिछले महीने नेतृत्व को लेकर जो अटकलें चल रही थी।वह भी पूरी तरह समाप्त हो गई हैं। कांग्रेस के सभी नेता एकजुट होकर कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरेंगे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.