पटना । बिहार की सियासी गलियों में फिर उपेंद्र कुशवाहा के नाम की चर्चा तेज है। हाल ही में जेडीयू से इस्तीफा देकर उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय लोक जनता दल नाम से अपनी पार्टी बनाकर नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। हाल ही में उपेंद्र ने इस यात्रा की जानकारी दी थी कि वहां लोहिया और कर्पूरी की विरासत को बचाने के लिए सड़क पर उतरुंगा।
कुशवाहा का कहना है कि वहां बिहार को एक बेहतर राज्य बनाने की पुरजोर कोशिश करुंगा, यहीं उनका संकल्प भी है। कुशवाहा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर और लोहिया की विरासत बिहार में रही है वह आज बर्बादी की कगार पर है। लोगों ने नीतीश को इस विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी थी मगर अब नीतीश कुमार इस विरासत को बचाने में असफल है। इसके बाद अब हम पूरे बिहार में भ्रमण करने और कोशिश करुंगा कि बिहार को गलत हाथों में नहीं जाने दें।
कुशवाहा ने 20 मार्च तक चलने वाली अपनी यह यात्रा मंगलवार को पश्चिम चंपारण के भितिहारवा से शुरू की है। यात्रा के दौरान कुशवाहा बिहार के 28 जिलों का भ्रमण करने और जानकारी के मुताबिक 100 से ज्यादा जनसभाएं भी करने वाले हैं। 20 मार्च को उनकी यात्रा जहानाबाद में समाप्त होगी। कुशवाहा की यह यात्रा दो चरणों में होगी। पहले चरण की यात्रा 28 फरवरी से 6 मार्च तक चलेगी जबकि दूसरे चरण की यात्रा 15 मार्च से 20 मार्च तक चलेगी।
बता दें कि जदयू से अलग होने के बाद कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाई है और इस यात्रा के जरिए उपेंद्र कुशवाहा नीतीश के पिछड़ी और अति पिछड़ी जाति के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश करने वाले हैं। कुशवाहा की यह भी कोशिश होगी कि इस यात्रा के जरिए वह कुशवाहा वोट बैंक को एकजुट करें।
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