Anil Deshmukh News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बड़ा आरोप लगाया है। अनिल देशमुख ने कहा है कि मुझे आर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) में वहां रखा गया जहां आतंकवादी अजमल कसाब (Terrorist Ajmal Kasab) को रखा गया था।
बीजेपी के प्रस्ताव को ठुकराया इसलिए जाना पड़ा जेल: देशमुख
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बीजेपी पर लगाए आरोप
देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग केस में 13 महीने जेल में थे, अब जमानत पर
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने दावा किया है कि बीजेपी के साथ समझौता नहीं करने के चलते मुझे साजिशन जेल भेजा गया। देशमुख ने कहा कि आर्थर रोड जेल में जहां आतंकवादी अजमल कसाब (Terrorist Ajmal Kasab) को रखा गया था, उसी सेल में मुझे जबरन रखा गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसी सेल में मुझसे बीजेपी के साथ समझौता करने का दबाव डाला गया।
एक कार्यक्रम में अनिल देशमुख ने कहा कि मैं अगर बीजेपी के साथ समझौता कर लेता, तो जेल नहीं जाना पड़ा। लेकिन मैं पार्टी से बाहर चला जाता, तो महा विकास आघाडी सरकार ढाई साल के पहले ही गिर जाती। मुझे शरद पवार के नेतृत्व पर विश्वास है। मैं जिंदगी भर जेल में रहने को तैयार हूं, लेकिन समझौता नहीं करूंगा।
‘ED, CBI के डर से कई विधायकों ने पार्टी बदली’
अनिल देशमुख ने कहा कि ईडी, सीबीआई के डर से कई विधायकों ने पार्टी बदल ली। मेरे ऊपर भी लगातार दबाव बनाया गया। मुझ पर 100 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया, लेकिन चार्जशीट में केवल 1 करोड़ 71 लाख रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए।
सचिन वझे को लेकर शिवसेना पर उठे थे सवाल
मुंबई पुलिस में रहे ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ सचिन वझे पर मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक भरी गाड़ी रखने का आरोप है। एनआईए इसकी जांच कर रही है। ऊपर से मनसुख हिरेन की ‘हत्या’ को लेकर भी वझे पर शिकंजा कसता जा रहा है। वझे ने 2007 में पुलिस फोर्स छोड़ने के बाद शिवसेना जॉइन कर ली थी। जब उनका अंबानी केस में नाम आया तो खुद सीएम को सामने आकर कहना पड़ा कि वझे का शिवसेना से कोई नाता नहीं है।
मगर उद्धव सरकार ने जिस तरह कोरोना में पुलिसकर्मियों की कमी को वजह बताकर वझे को पुलिस फोर्स में बहाल किया और फिर उन्हें एक के बाद एक, वीआईपी केसेज असाइन किए गए, उससे कई और सवाल पैदा होते हैं। एक तरह से वझे की गिरफ्तारी के बाद MVA में शिवसेना बैकफुट पर आ गई।
परमबीर सिंह की चिट्ठी से NCP भी उलझी
सचिन वझे को लेकर विवाद बढ़ा तो सरकार ने मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह का तबादला कर दिया। सिंह को यह रास नहीं आया और उन्होंने सीएम को एक लंबी-चौड़ी चिट्ठी लिख डाली। सीधे अनिल देशमुख को निशाने पर लेते हुए सिंह ने दावा किया कि गृहमंत्री ने वझे को बार और हुक्का पार्लरों से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया था। देशमुख ने कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने मानहानि का मुकदमा करने की बात तक कही है। जो होगा, सो होगा मगर फिलहाल शिवसेना के साथ-साथ पूरे विवाद में अब NCP भी घिर गई है।
‘वझे को देशमुख ने दिया था 100 करोड़ की वसूली का टारगेट’
कांग्रेस ने कहा- शरद पवार दें सवालों के जवाब
MVA के तीसरे घटक दल यानी कांग्रेस का स्टैंड साफ नहीं है। पार्टी के नेता संजय निरुपम चाहते हैं कि शरद पवार जवाब दें क्योंकि वे ही महाराष्ट्र सरकार के ‘आर्किटेक्ट’ हैं। कांग्रेस के ही राशिद अल्वी ने पूछा कि ‘परमबीर सिंह ने कमिश्नर रहते हुए यह खुलासे क्यों नहीं किए?’ अल्वी ने कहा कि ‘देशमुख को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए। जिन पुलिसवालों का नाम आया है, उनको भी सस्पेंड करना चाहिए।’
संजय निरुपम की पार्टी से स्टैंड साफ करने की डिमांड
कांग्रेस ने कहा, पद से इस्तीफा दे दें अनिल देशमुख
बीजेपी ने तेज किए उद्धव सरकार पर हमले
मामले को लेकर बीजेपी हमलावर है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एएनआई से कहा कि ‘इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा, “अगर मुंबई पुलिस की यह हालत है तो आप महाराष्ट्र राज्य की कल्पना कर सकते हैं।” पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई बीजेपी नेताओं ने अनिल देशमुख पर निशाना साधा है। फडणवीस का कहना है कि देशमुख को पद से हटाते हुए सीएम उद्धव ठाकरे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएं।
बीजेपी की मांग, सीएम और गृहमंत्री का नार्को टेस्ट हो
राज ठाकरे ने भी कहा, फौरन हटाए जाएं देशमुख
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अनिल देशमुख से फौरन इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुख्यमंत्री को चिट्ठी विस्फोटक है। यह महाराष्ट्र की छवि को खासा नुकसान पहुंचाने वाली है। अनिल देशमुख को फौरन अपना इस्तीफा देने की जरूरत है और पूरी जांच होनी चाहिए।”
दिल्ली जा रहे संजय राउत, पवार से मुलाकात
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि ‘सरकार के मंत्री पर इस तरह का आरोप लगना धक्कादायक है।’ उन्होंने यह भी कहा कि ”सरकार में शामिल लोगों को अपने पैर देखना चाहिए कि वो जमीन पर हैं या नहीं।’ राउत आज दिल्ली आ रहे हैं और उनकी शरद पवार से मुलाकात होगी। हो सकता है कि बाद में कांग्रेस के साथ भी मीटिंग हो। बहरहाल महाराष्ट्र सरकार के दो बड़े मंत्रियों के भी पवार से मिलने की खबर है। अब शरद पवार केंद्र में हैं क्योंकि वही एक तरह से महा विकास अघाड़ी के ‘संयोजक’ और ‘संकटमोचक’ रहे हैं।
‘मेरे खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले’
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि मेरे साथ धोखा किया गया, लेकिन मैं अपनी भूमिका पर कायम रहा। मुझे अदालत पर पूरा विश्वास था और मुझे न्याय दिया। मेरे साथ इतना अत्याचार करने के बाद भी उनके पास मेरे खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले और मिलेंगे भी कैसे, क्योंकि उनके आरोप ही झूठे थे।
13 महीने जेल में रहे अनिल देशमुख
दरअसल अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 13 महीने जेल में थे और वह जमानत पर हैं। देशमुख को नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें पिछले साल 28 दिसंबर को जमानत पर रिहा किया गया।
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