मास्टर शेफ इंडिया 7 को दर्शक काफी पसंद करते हैं। यहां देश के कोने-कोने से आए होम कुक को अपने हाथों का कमाल दिखाकर शेफ बनने का मौका मिलता है। शो के इस सीजन में रणवीर बराड़, विकास खन्ना और गरिमा अरोड़ा जैसे बेहतरीन शेफ कंटेस्टेंट को जज करते नजर आ रहे हैं। तीनों को ही बतौर जजेस पसंद किया जाता है, लेकिन इन दिनों वे सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल हो रहे हैं। लोग जजेस को ही नहीं शो के मेकर्स को भी खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं।
दरअसल, शो के लेटेस्ट एपिसोड में कंटेस्टेंट अरुणा को तीनों जजेस ने मछली की बजाय प्रोटीन के लिए पनीर से डिश बनाने की इजाजत दी। लेकिन बाकी सभी कंटेस्टेंट को उसी प्रोटीन से ही डिश बनानी थी, जो उन्हें दिया गया था। ऐसे में शो के दर्शकों ने विकास, गरिमा और रणवीर को ही नहीं, शो के मेकर्स को भी आड़े हाथ ले लिया है। सोशल मीडिया पर सभी की जमकर क्लास लगाई जा रही है और इससे पहले एक कंटेस्टेंट के साथ हुए वाक्य पर भी आपत्ति जताई जा रही है।
सोशल मीडिया यूजर्स शो और जजेस के इस फैसले से नाखुश नजर आए। ऐसे में किसी ने पक्षपात का आरोप लगाया, तो किसी ने कहा कि शो पहले से ही फिक्स्ड है। एक यूजर ने लिखा, ‘सोनी टीवी के द्वारा किए जा रहे फेवरेटिज्म की हाइट है। अरुणा ने अपनी पसंद का प्रोटीन इसलिए चुना क्योंकि वह वेजिटेरियन है। मास्टरशेफ के पहले आए सीजन में ऐसे पक्षपात कभी नहीं हुआ। अगर वह नॉन वेज खाना नहीं बना सकती या अपने कंफर्ट जोन से बाहर नहीं आ सकती तो उन्हें शो को छोड़ देना चाहिए।’
वहीं, एक अन्य ने बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलिया के मास्टरशेफ में भारतीय मूल के कंटेस्टेंट को बीफ बनाना पड़ा था, जबकि वह वेजिटेरियन था। लोगों का कहना है कि एक शेफ को सब कुछ बनाना आना चाहिए ये सब उनके फूड रूटीन पर डिपेंड नहीं होना चाहिए। एक यूजर ने लिखा, ‘क्या किसी को लगता है कि मास्टर शेफ का ये सीजन फिक्स है? ऐसा लगता है कि अरुणा और गुरकीरत को बहुत ज्यादा फेवर किया जा रहा है।’ वहीं, एक अन्य ने कहा, ‘अरुण को वेजिटेरियन होते हुए पनीर बनाने की इजाजत दी जा सकती है, लेकिन वीगन कंटेस्टेंट प्रिया को लिबर्टी नहीं दी गई थी।’ इसी तरह के कई कमेंट्स कर लोग शो को लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
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