नूंह । भिवानी कांड की जांच कर रही राजस्थान पुलिस पर संगीन आरोप लगा है। भरतपुर के घाटमीका गांव के दो मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के मामले में नूंह जिले में राजस्थान पुलिस ने छापा मारा। आरोपी श्रीकांत पंडित की तलाश में पुलिस वहां पहुंची। आरोप है कि छापेमारी के दौरान राजस्थान पुलिस ने बर्बरता की हदें पार दीं। आरोप है कि राजस्थान पुलिस को जब आरोपी श्रीकांत घर पर नहीं मिला तो परिवार के लोगों के साथ मारपीट की।
इस दौरान श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को धक्का मारकर उसके साथ मारपीट की गई। जिससे श्रीकांत की पत्नी के गर्भ में पल रहे 9 महीने के बच्चे की मौत हो गई। इस मामले में नूंह पुलिस को पीड़ित परिजनों ने शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 16 फरवरी की सुबह भिवानी के लोहारू में जली हालत में एक बोलेरो मिली थी। इसमें दो युवकों के कंकाल थे। जिनकी पहचान जुनैद और नासिर के रूप में हुई है।
श्रीकांत की मां दुलारी निवासी मरोड़ा ने शनिवार को नगीना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 17 फरवरी को सुबह तड़के 4 बजे 30 से 40 नामालूम लोग जिनमें कुछ राजस्थान पुलिस की वर्दी में थे और कुछ सादा कपड़े पहनकर गाड़ियों में आए और आते ही घर में घुस गए। इसके बाद सभी लोगों ने श्रीकांत के बारे में पूछा। जब उक्त लोगों को श्रीकांत नहीं मिला तो उन्होंने परिवार परिवार के लोगों के साथ गाली गलौज की और बेरहमी से पिटाई करने लगे।
दुलारी ने अपनी शिकायत में बताया घर में श्रीकांत की गर्भवती पत्नी कमलेश भी मौजूद थी। लोगों ने उसे भी नहीं बख्शा और उसमें धक्का देकर उसके साथ बेरहमी से पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान वह जमीन पर गिर गई और दर्द से तड़पने लगी। कमलेश की हालत खराब होते देख परिजनों ने उसे अल अफिया अस्पताल मांडीखेड़ा भर्ती किया। जहां डॉक्टर उसकी गंभीर हालत देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज नूंह में भर्ती किया गया। दुलारी के अनुसार जब उनकी पुत्रवधू कमलेश की हालत बिगड़ती रही तो 18 फरवरी की सुबह डॉक्टरों ने कमलेश का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान उसके पेट से 9 माह का बच्चा मृत पैदा हुआ।
नवजात के मुंह से खून आ रहा था और धड़कन भी बंद थी। दुलारी का आरोप है कि उसकी पुत्रवधू के साथ राजस्थान पुलिस की ओर से बेरहमी से पिटाई करने से उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हुई है। राजस्थान पुलिस ने बच्चे की हत्या की है और उनकी पुत्रवधू अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। दुलारी ने पुलिस को दी शिकायत ने बताया जब उनका बेटा श्रीकांत घर पर नहीं मिला तो उनके दोनों छोटे बेटों विष्णु और राहुल को राजस्थान पुलिस जबरन उठाकर ले गई। जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पा रहा है और न ही उनसे कोई संपर्क हो पा रहा है।
दुलारी ने नूंह पुलिस को शिकायत देकर उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जबकि नगीना थाना प्रभारी राजवीर सिंह ने बताया कि शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इस घटना को लेकर राजस्थान पुलिस की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। 15 फरवरी को हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू में एक जली हुई बोलेरो गाड़ी में दो युवकों के नर कंकाल मिले थे। पुलिस की जांच में पता लगा है कि दोनों युवक राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव घाटमीका के रहने वाले नासिर और जुनैद थे। जिसके बाद जुनैद और नासिर के परिवार ने आरोप लगाया था कि बजरंग दल के सदस्यों ने पहले जुनैद और नासिर का अपहरण किया जिसके बाद दोनों के साथ मारपीट की गई और फिर दोनों को भिवानी लेजाकर जिंदा जलाया गया। जिस संबंध में गोपालगढ़ थाना पुलिस ने बजरंग दल गो-रक्षा दल प्रमुख मोनू मानेसर सहित मेवात के रहने वाले तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसी मामले पुलिस लगातार आरोपियों को ढूंढ रही है।
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