सीएम शिवराज ने बड़वाले महादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना, खींचा रथ, शिवालयों में लगा श्रद्धालुओं का तांता
भोपाल । राजधानी में महाशिवरात्रि का पर्व पूर्ण श्रद्धाभाव और धूमधाम से मनाया जा रहा है। शहर के तमाम शिव मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। शिवालयों में सुबह से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। मंदिरों में हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं। भक्तगण शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, पुष्प अर्पित करते हुए महादेव का अभिषेक कर रहे हैं। सुबह करीब साढ़े आठ बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान शहर के प्राचीन बड़वाले महादेव मंदिर पहुंचे और विधि-विधानपूर्वक भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर उनकी आरती की। इस अवसर पर भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा भी उनके साथ नजर आए। सीएम ने चांदी के रथ पर विराजमान बाबा बटेश्वर का रथ भी खींचा। थोड़ी देर में बाबा बटेश्वर की भव्य बारात निकलेगी, जो पुराने शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए रात को भवानी चौक स्थित कर्फ्यू वाली माता के मंदिर में पहुंचेगी। इस बार महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष का भी संयोग बन रहा है, इसलिए शाम को भगवान शनि देव की आराधना भी की जाएगी। मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है शिव पूजन सभी पापों का क्षय करने वाला है। महाशिवरात्रि को शिवपूजन शिवपुराण, रुद्राभिषेक, शिव कथा, शिव स्तोत्रों व ओम नम: शिवाय का पाठ करते हुए रात्रि जागरण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता हैं। आज के दिन मंदिरों में कई धार्मिक कार्यक्रमों, महारुद्राभिषेक, हवन एवं अन्य कार्यक्रमों के साथ ही भंडारे आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों से शिव बारात निकाली जाएंगी।
चांदी के सिंहासन पर निकली बाबा श्री बटेश्वर की बारात
पुराने शहर के कायस्थपुरा में स्थित श्री बड़वाले महादेव मंदिर से सुबह 10 बजे चांदी के सिंहासन पर सवार होकर बाबा श्री बटेश्वर भव्य बारात के साथ नगर भ्रमण के लिए निकले। बाबा बटेश्वर की बारात विभिन्न मार्गों से होकर रात 10 बजे जय भवानी मंदिर पर पहुंचेगी। यहां देवाधिदेव महादेव और मां गौरा का वरमाला, परिणय उत्सव मनाया जाएगा। मंदिर समिति की ओर 36 वर्षों से परंपरागत तरीके से भगवान शिव की बारात निकालती आ रही है। बारात में बैंड-बाजे सहित अन्य आकर्षण का केंद्र शामिल होंगे। वहीं आतिशबाजी भी की जाएगी।
132 फीट ऊंचे महाशिवलिंग निर्माण का होगा भूमिपूजन
अवधपुरी क्षेत्र स्थित खाम्बरा मंदिर में जगतगुरु आनंदेश्वर महाराज के सानिध्य में 132 फीट ऊंचे महाशिवलिंग के निर्माण का भूमिपूजन महाशिवरात्रि पर दोपहर दो बजे किया जाएगा।
भोजपुर में रुद्राक्ष वितरण, सवा लाख लोगों का भंडारा, रात से पहुंचने लगे भक्त
शहर के समीप स्थित ऐतिहासिक भोजपुर मंदिर में आज ओम शिव शक्ति सेवा मंडल की ओर से सवा लाख रूद्राक्ष का वितरण किया जाएगा। मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि इन रुद्राक्षों का वितरण महाशिवरात्रि पर भोजपुर शिव मंदिर पर रखा गया है। साथ ही रुद्राक्ष से शिवलिंग बनाया जाएगा। इस पर्व के मौके पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है। भंडारे में साबूदाने की खीर, आलू चाट, फल, चाय वितरित की जाएगी और जिन श्रद्धालुओं का व्रत नहीं होगा। उनके लिए शाही खिचड़ी, दाल चावल की व्यवस्था की जाएगी। भक्तगणों के शुक्रवार रात से ही भोजपुर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। भोपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का टोली भोजपुर के लिए रवाना हुई। श्रद्धालु डीजे की धुन पर नाचते-गाते बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए भोजपुर के लिए निकले।
गोविंदपुरा में निकलेगी कलश यात्रा, पशुपतिनाथ का भव्य रुद्राभिषेक
पशुपतिनाथ नेपाली समाज मंदिर गोविंदपुरा से गंगाजली कलश यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान दोपहर 12 बजे पशुपतिनाथ का रूद्राभिषेक होगा। मंदिर का गर्भगृह पूरे दिन खुला रहेगा। यात्रा माता मंदिर से शुरू होगी, जो विभिन्न मार्गों से होती हुई मंदिर प्रांगण पहुंचेगी। भगवान पशुपतिनाथ का रुद्राभिषेक किया जाएगा।
पिपलेश्वर महादेव मंदिर में होंगे विशेष अनुष्ठान शहर के नेहरू नगर स्थित पिपलेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत कई कार्यक्रम हो रहे हैं। मंदिर में नवाहम, मानस पाठ सहित कई आयोजन हो रहे हैं। श्रद्धालु यहां पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर रहे हैं। यहां महाशिवरात्रि महोत्सव के तहत हल्दी और मेंहदी की रस्म हो चुकी है। हल्दी-मेंहदी रस्म हुई शहर के आशापुरा दरबार कोहेफिजा में भी महाशिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनेगाा। शुक्रवार को हल्दी व मेहंदी रस्म हुई। शनिवार को शिव बारात निकाली जाएगी। सुबह नौ बजे भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा नेवरी मनकामेश्वर मंदिर में हल्दी-रस्म हुई। महिलाओं ने बन्ना-बन्नी गाकर शिवजी को मेहंदी लगाई। वहीं टीटी नगर मां वैष्णों देवी नौ देवी मंदिर प्रांगण में विराजे पशुपतिनाथ का रुद्राभिषेक किया जाएगा।
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