भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच की मेजबानी धर्मशाला से छिन सकती है। धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में नया ड्रेनेज सिस्टम लगने के बाद मैदान टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है। इस वजह से यह मुकाबला किसी दूसरे मैदान पर खेला जा सकता है।बीसीसीआई ने पहले ही विशाखापत्तनम, राजकोट, पुणे और इंदौर जैसे कुछ मैदानों को शॉर्टलिस्ट कर लिया है, जहां यह मुकाबला खेला जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई की एक टीम जल्द ही मैदान का निरीक्षण करेगी और तीसरे टेस्ट मैच की मेजबानी पर फैसला करेगी। धर्मशाला के मैदान पर भारतीय टीम आखिरी बार पिछले साल फरवरी के महीने में खेली थी। श्रीलंका के खिलाफ दो टी20 मैच इसी मैदान पर खेले गए थे। इसके बाद हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मैदान में नया ड्रेनेज सिस्टम लगाने का फैसला किया।
इस वजह से पूरे मैदान में खुदाई की गई। अब यह काम पूरा हो चुका है, लेकिन मैदान में घास सही तरीके से नहीं आई है। कई जगहों पर घास आना बाकी है। इस मैदान की जमीन में बालू की मात्रा ज्यादा है। ऐसे में टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए घनी घास की जरूरत होगी। ऐसा नहीं होने पर मैच किसी दूसरे स्टेडियम पर हो सकता है।बीसीसीआई ने तीन फरवरी को मैदान का निरीक्षण किया था, लेकिन इस सप्ताह के अंत में एक और निरीक्षण किया जाना है, जिसके बाद अंतिम फैसला किया जाएगा। जांच दल यह तय करेगा कि क्या आउटफील्ड खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित है और पांच दिन तक चलने वाले टेस्ट मैच की मेजबानी के लिए तैयार है।
धर्मशाला का स्टेडियम हिमालय में धौलाधार पर्वत में बसा हुआ है और दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियम में से एक है। इस मैदान पर पिछली बार साल 2020 की शुरुआत में कोरोना महामारी के आने से ठीक पहले प्रथम श्रेणी मैच हुआ था। वहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 2016-17 संस्करण में भी यहां एक टेस्ट मैच हुआ था, जिसे भारत ने चार दिनों में जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी।बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की मौजूदा सीरीज का दूसरा मैच दिल्ली में होना है। इस मैच के टिकटों की बिक्री शुरू हो गई है। अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए टिकट जारी नहीं किए गए हैं। चौथा टेस्ट नौ से 13 मार्च तक अहमदाबाद में होना है। पहला टेस्ट फिलहाल नागपुर में चल रहा है। इसमें भारत ने अच्छी बढ़त हासिल कर ली है और आसानी से यह मैच जीत सकता है।
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