दिल्ली । दिल्ली में प्रदूषण लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी बना हुआ है, जिससे पार-पाने में सरकार अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। दिल्ली के प्रदूषण में हो रहे लगातार सुधारों पर अब सीएम केजरीवाल ने अपनी पीठ थपथपाते हुए खुशी जाहिर की है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक मीडिया रिपोर्ट को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए खुशी जाहिर कर लिखा, रियल टाइम के आधार पर प्रदूषण की पहचान करने के हमारे नए प्रयास ने परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदूषण के खिलाफ ऐसा प्रयास भारत में पहली बार हो रहा है। हम बेहतरीन तकनीक और बेहतरीन दिमागों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बता दें,पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके को प्रदूषण के स्तर को लेकर हॉटस्पॉट बनाया गया था। अब प्रदूषण स्रोतों को मैप करने के लिए पर्यावरण विभाग ने एक सर्वे में खुलासा किया है कि प्रदूषण में अब साल-दर-साल सुधार हो रहा है। सर्वे में बताया गया है कि सर्वे में नवंबर, 2022 में विभाग ने कच्ची सड़कों, डीजल जेनरेटर सेटों, गड्ढों, कचरे के ढेर, सड़कों की धूल और निर्माण स्थलों सहित प्रदूषण के स्रोतों पर नकेल कसने की कवायद शुरू की थीं।पर्यावरण मंत्री राय ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता कर विंटर एक्शन प्लान से संबंधित कुछ प्रमुख जानकारियां साझा करते हुए बताया कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण एक बड़ी चुनौती के रूप में हर समय मौजूद रहा है।
हमारी सरकार बनने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए लगातार काम किए हैं।उन्होंने बताया कि अब अच्छे, संतोषजनक और मध्यम श्रेणी के दिनों की संख्या 2016 के मुकाबले 109 से बढ़कर 2022 में 160 हो गई है। इसके साथ ही सबसे गंभीर श्रेणी की संख्या में भी 2016 से 2022 के बीच गिरावट दर्ज की गई है। 2016 में जहां 26 दिन थे अब वह 2022 में घटकर केवल 6 दिन रह गए हैं, इस प्रकार इसमें 77 प्रतिशत की कमी आई है।हवा की गति कम होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ गया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में एक दिन बाद ही हवा की गुणवत्ता मध्यम से खराब श्रेणी में पहुंच गई। फरीदाबाद व गुरुग्राम में भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। दिल्ली से सटे एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही।
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