कृष्ण जन्म की झांकी में बनेगा सात दरवाजों वाला कारावास, दूध से हुआ अभिषेक

रायपुर। रोहिणी नक्षत्र के संयोग में आधी रात को ठीक 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम श्रीकृष्ण मंदिरों में मचेगी। मंदिर में कारावास के सात दरवाजों की झांकी बनाई गई है। इसे फूलों से सजाया जाएगा। रात्रि में संगीत के माध्यम से बिजली के कड़कने और जन्म के बाद कान्हा के रोने की आवाज गूंजेगी। महिला मंडली द्वारा भजन-कीर्तन के दौरान सादगी से नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। अनेक मंदिरों में 251 लीटर दूध से श्रीकृष्ण के बाल रूप वाली प्रतिमा का अभिषेक किया गया। आधी रात को केवल 45 मिनट तक अष्टमी होने से 12.44 बजे तक महाआरती की जाएगी। इसके बाद नवमी तिथि लगेगी।
बताते चलें कि सोमवार सुबह नौ बजे से दुग्धाभिषेक की तैयारियां शुरू हो गईं थीं। जवाहर नगर स्थित राधा कृष्ण मंदिर में कान्हा की प्रतिमा का 251 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। इसी तरह समता कॉलोनी के मंदिर में भी 251 लीटर दूध से अभिषेक किया गया। राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी पंडित लल्लू महाराज ने बताया कि प्रमुख पुजारी पंडित मलैया महाराज के सान्निध्य में जुगलजोड़ी सरकार का दुग्धाभिषेक किया गया। इसके बाद श्रृंगार करके महाआरती की गई।
मटकी फोड़ने के लिए नहीं निकलेगी ग्वाल-बालों की टोली
प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार दही-हांडी फोड़ने पर प्रतिबंध होने से ग्वाल बालों की टोली मटकी फोड़ने नहीं निकलेगी। हर साल जन्माष्टमी के दिन से मटकी फोड़ने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो दो-तीन दिनों तक चलता है। इस बार युवाओं को मटकी फोड़ने का मौका नहीं मिलेगा।
चांदी का झूला सजा
पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ में कान्हा को विराजित करने के लिए चांदी का झूला सजाया गया है। अभिषेक के पश्चात श्रृंगार करके कान्हा की प्रतिमा को झूले पर विराजित किया जाएगा।
मंदिर में कारावास की झांकी
जवाहर नगर स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर के मुख्य पुजारी पं. मलैया महाराज और पं. लल्लू महाराज ने बताया कि सुबह नौ बजे श्री जुगल-जोड़ी सरकार जु का (251) लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा। मंदिर में कारावास के सात दरवाजों को गुलाब फूल से सजाया जाएगा। सुसज्जित हिंडोला में कान्हा की प्रतिमा को झूला झुला सकेंगे।
वासुदेव अपने सिर पर कान्हा को लेकर पहुंचेंगे
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व समिति के संयोजक माधवलाल यादव ने बताया कि सिटी कोतवाली, थाना में आधी रात को श्रीकृष्ण जन्मेंगे। वासुदेव अपने सिर पर कान्हा को उठाकर सदरबाजार के गोपाल मंदिर पहुंचेंगे।
फेसबुक पर लाइव इस्कॉन मंदिर
टाटीबंध स्थित श्री राधा रास बिहारी, इस्कॉन मंदिर के राजेंद्र पारख एवं दिलीप केडिया ने बताया कि रात्रि 11 बजे महाभिषेक एवं छप्पन भोग 12 बजे अर्पित होगा। जन्मोत्सव का फेसबुक पर ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा। कोरोना नियमों के चलते मंदिर में पूजन सामग्री लाने पर पाबंदी है। हर साल तीन दिवसीय आयोजन में गीत, नृत्य की धूम मचती है। इस साल एक ही दिन में सभी धार्मिक आयोजन संपन्न होंगे।
समता कॉलोनी राधाकृष्ण मंदिर
समता कॉलोनी स्थित राधा-कृष्ण मंदिर समिति के अध्यक्ष घनश्याम पोद्दार व प्रचार प्रभारी सत्येंद्र अग्रवाल ने बताया कि पूरे सावन माह में झूले का मनमोहक श्रृंगार किया गया। जन्माष्टमी पर सुबह नौ बजे 51 लीटर दूध से अभिषेक होगा। दोपहर 12 से झांकी एवं श्रृंगार दर्शन किया जा सकेगा।
खाटू श्याम मंदिर
समता कालोनी के खाटू श्याम मंदिर में चांदी के सिंहासन पर विराजे श्याम बाबा का सफेद फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। रात्रि में भजन और महाआरती होगी
शदाणी दरबार में नृत्य
शदाणी दरबार में संत युधिष्ठिरलाल के सानिध्य में जन्माष्टमी उत्सव पर भजन-कीर्तन एवं युवतियों द्वारा भक्तिमय गीत-संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी।
जैतूसाव मठ में लगेगा मालपुआ का भोग
पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ में जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को मालपुआ का भोग लगाया जाएगा। मंदिर समिति के सचिव महेंद्र अग्रवाल एवं ट्रस्टी अजय तिवारी ने बताया कि हर साल लगभग 11 क्विंटल आटे और घी, तेल से मालपुआ बनाया जाता है। इस साल कोरोना महामारी के चलते मंदिर में बैठाकर मालपुआ का प्रसाद नहीं खिलाया जाएगा। पैकेट में ही वितरित किया जाएगा। दो दिन से मालपुआ बनाया जा रहा है। हजारों की संख्या में मालपुआ बनकर तैयार हो चुका है। मालपुआ का प्रसाद लेने के लिए दूर-दूर से भक्तगण आएंगे।