सिवनी में रामनवमी पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, शहर गूंजा जय श्री राम के नारों से

राष्ट्र चंडिका न्यूज़ सिवनी, रामनवमी के अवसर पर सिवनी शहर में भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जो शहरवासियों के लिए एक ऐतिहासिक और धार्मिक अवसर बन गया। रामनवमी की सुबह से ही पूरे शहर में भक्तों का जोश और उमंग देखने को मिला, जब विभिन्न स्थानों से लोग श्रीराम के जयकारों के साथ जुलूस में शामिल हुए।
रामनवमी पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में बच्चे बुढ़े और महिलाएं भी शामिल हुई. श्री राम नाम के जयकारे से पूरा वातावरण गुंज उठा. शोभा यात्रा में कई तरह की झांकी भी देखने को मिली.
इस दौरान पूरा शहर जय श्री राम के नारों से गूंजता रहा. जुलूस के दौरान सबसे बड़ी बात यह रही कि महिलाएं भी सैकड़ों की संख्या में भगवा रंग की पगड़ी बांधे निकल पड़ी थी. विस्तारक यंत्रों पर बज रहे रामजी की  झांकी में राम-सीता और हनुमान जी के दिखाया गया.
शहर में निकाला जुलूस: भगवाधारी युवाओं की टोली में शामिल युवकों के एक हाथ में भगवा झंडा तो दूसरे हाथ में तिरंगा था. युवाओं का कहना है, कि भगवा हमारे सनातन धर्म का प्रतीक है और तिरंगा हमारे राष्ट्र् का स्वाभिमान है. हमें दोनों को साथ लेकर चलना है. सनातन धर्म की भी रक्षा करनी है और राष्ट्र सेवा में किसी तरह की कमी न रह जाय, इसका भी ध्यान रखना है. जुलूस में शामिल सभी युवाओं के पास भगवा रंग का गमछा और हाथों में झंडा-पताका था.
शोभायात्रा में बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं की भी भरपूर भागीदारी रही। विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए, यात्रा में सुंदर झांकियां भी प्रदर्शित की गईं, जिनमें प्रमुख रूप से श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी के चित्रण को प्रमुखता से दर्शाया गया। इन झांकियों के माध्यम से रामायण के प्रमुख प्रसंगों का जीवंत चित्रण किया गया था। साथ ही, यात्रा में ढोल-नगाड़ों और अन्य धार्मिक वाद्य यंत्रों की ध्वनि के साथ राम भक्ति के गीत गाए जा रहे थे, जो वातावरण को भव्य बना रहे थे।
शोभायात्रा में हर उम्र के लोग शामिल हुए, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और पुरुष सभी अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए एकत्रित हुए थे। इस बार यात्रा में खास बात यह रही कि सैकड़ों महिलाएं भगवा रंग की पगड़ी बांधकर यात्रा में शामिल हुईं, जो दर्शाता है कि समाज के हर वर्ग में रामनवमी के प्रति गहरी श्रद्धा है।
यात्रा के दौरान विभिन्न धार्मिक झांकियां भी निकाली गईं, जिनमें श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी के चित्रण को प्रमुखता से दर्शाया गया। इन झांकियों के माध्यम से रामायण के प्रमुख प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा, यात्रा में ढोल-नगाड़े और अन्य धार्मिक वाद्य यंत्रों की ध्वनि गूंजती रही, जिससे पूरी यात्रा में एक धार्मिक उल्लास का वातावरण बना रहा।
सम्पूर्ण शहर में “जय श्री राम” के उद्घोष से वातावरण गूंजता रहा। लोग विभिन्न रास्तों पर समूहों में एकत्रित होकर यात्रा में शामिल होते गए और धार्मिक उल्लास का आनंद लिया। इस शोभायात्रा में समाज के हर वर्ग ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और एकता की मिसाल पेश की।
शहर भर में “जय श्री राम” के उद्घोष से वातावरण गूंजता रहा, और हर गली-मोहल्ले में लोग हाथों में पताकाएं लहराते हुए यात्रा में शामिल होते गए। यह शोभायात्रा ना केवल धार्मिक उल्लास का प्रतीक थी, बल्कि यह सामाजिक एकता, भाईचारे और सद्भाव का भी संदेश देती थी।
रामनवमी की इस भव्य शोभायात्रा ने सिवनी में धार्मिक और सामाजिक समरसता को प्रकट किया और इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से शहरवासियों में भाईचारे और सौहार्द्र का संदेश दिया।

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