बांग्लादेश की हसीना अच्छी लेकिन हिंदुस्तान का हुसैन नही… वक्फ बिल के खिलाफ प्रदर्शन, किसने क्या कहा?
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम संगठनों के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर बीजेपी लगातार उन्हें घेर रही है, तो वहीं बीजेपी पर भी कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. प्रदर्शन कारियों ने आरोप लगाया कि सरकार वक्फ संपत्तियों को लूटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने (वक्फ संशोधन विधेयक पर JPC) विपक्ष के विचारों पर भी विचार नहीं किया है. हम इसका विरोध करते हैं.
उन्होंने कहा कि JPC ने बड़ी नाइंसाफी से काम लिया है. स्टेकहोल्डर को छोड़कर जो स्टेकहोल्डर नहीं हैं. उनसे बात कर रहे हैं. कहीं आप श्रीलंका ना चले जाए. आपको बांग्लादेश की हसीना अच्छी लगती है देश का हुसैन अच्छा नहीं लगता है.
इनके काले मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे- इमरान मसूद
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि हम संसद से लेकर सड़क तक इस लड़ाई को लड़ेंगे. जेपीसी में हम मजबूती से लड़े. जहां खून देना होगा खून देंगे. इनके काले मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे.
वक्फ की जमीनों को उद्योगपति को देना चाहती सरकार -इमरान प्रतापगढ़ी
जंतर-मंतर पर वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सरकार को समझना होगा कि बहुत विरोध हो रहा है, यह अच्छी बात है कि संगठन लोकतांत्रिक तरीके से उस तानाशाही का विरोध कर रहे हैं, जिसे सरकार थोपने की कोशिश कर रही है. क्या वे वक्फ की जमीनों को लूटकर अपने उद्योगपति दोस्तों को देना चाहते हैं? अगर वे जेपीसी सदस्यों की राय नहीं सुनने वाले थे तो उन्होंने जेपीसी क्यों बनाई.
मुसलमानों की लड़ाई हमारी लड़ाई- सिख पर्सनल लॉ बोर्ड के संयोजक
सिख पर्सनल लॉ बोर्ड के संयोजक प्रो. जगमोहन सिंह ने कहा कि इस कानून को रोकने के लिए एक बार फिर से बॉर्डर सील करने पड़े तो करेंगे. आप चाहें तो पंजाब में डेरा लगाइए. हम संदेश देंगे कि मुसलमानों की लड़ाई हमारी लड़ाई है. हमारी लड़ाई मुस्लिमों की लड़ाई है. पटना साहिब की जमीन भी ले ली गई. आदिवासियों की जमीनें ले ली गई.
हमें कुर्बानी के लिए तैयार रहना चाहिए- मौलाना मसूद
मौलाना महमूद मदनी ने प्रदर्शन को लेकर कहा कि ये सिर्फ मुस्लिमों का मामला नहीं है बल्कि मुल्क के दस्तूर का मामला है. हमारे घरों पर बुलडोजर चले अब संविधान पर बुलडोजर चलाने की कोशिश हो रही है. अब आगे क्या होगा तो ये तो सिर्फ शुरुआत है. हर लड़ाई के लिए कुर्बानी की जरूरत होती है. आप आराम से नहीं बैठना है. हमें कुर्बानी के लिए तैयार रहना चाहिए. अब सड़क से काम नहीं चलेगा.
उन्होंने आगे कहा कि यह मुसलमान का नहीं संविधान का मामला है. हमारे घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं मस्जिद और मद्रास पर बुलडोजर चल रहे हैं. वक़्फ़ के जरिए संविधान पर बुलडोजर चलाने की कोशिश हो रही है. इसकी मुखालफत हर हाल में करनी है.
मुसलमानों के हित में सोचने की कोशिश करें- चुघ
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि भू-माफिया के हाथों से निकालकर गरीबों के हाथ में देना ही देश के हर मुसलमान और देश के हर नागरिक की मांग है, लेकिन कुछ लोग भू-माफियाओं के इशारों पर कठपुतली की तरह नाच रहे हैं. मैं इन संगठनों से कहना चाहूंगा कि विरोध के नाम पर अपनी दुकान और भू-माफियाओं के प्रति प्रेम दिखाने के बजाय गरीबों और मुसलमानों के हित में सोचने की कोशिश करें. ये भू-माफिया का चश्मा उतारें.
बीजेपी-RSS कभी शांति नहीं रहने देती- कांग्रेस
कांग्रेस नेता अमर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस देश में कभी भी शांति का माहौल नहीं बनने देती है. यही उनका मुख्य मकसद है. इन्हें कभी मंदिर, किसी मस्जिद या वक्फ के ऐसे मुद्दे उठाते रहना है जो कि इनके हिंदू वोट बैंक पर बने रहें इसलिए ये हटेंगे नहीं, वे कोई और मुद्दा लेकर आ जाएंगे. वक्फ पास करा लेंगे उसके बाद कुछ और लेकर आ जाएंगे.
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