जंगली जानवरों से लोग इतने परेशान हो चुके हैं कि उन्हें मारने के लिए पूरे गांव ने शार्प शूटर्स रखने का फैसला लिया है. इसके लिए बाकयदा प्रस्ताव लाया गया और उसपर सभी ग्राम पंचायत सदस्यों ने अपनी-अपनी सहमती दे डाली. हैरत की बात यह है कि प्रस्ताव में बाघ, तेंदुए, हाथी समेत राष्ट्रीय पक्षी मोर को भी मारने की सहमती जताई गई है. प्रस्ताव में 20 शार्प शूटर्स रखे जाने की बात कही गई है. यह अजीबो-गरीब फैसला केरल के कोझिकोड जिले की चविकट्टापारा ग्राम पंचायत द्वारा लिया गया है.
ग्राम पंचायत का यह प्रस्ताव वन्य जीव संरक्ष्ण अधिनियम 1972 के खिलाफ है. इस प्रस्ताव पर पंचायत सचिव ने असहमति जताई है. इधर, गांव के लोग जंगली जानवरों से बेहद परेशान हैं. किसानों की फसलों को जानवर नष्ट कर रहे हैं. इससे उन्हें नुकसान हो रहा है. इन सभी से परेशान होकर ग्राम पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों ने जानवरों को मारने के लिए शार्प शूटर रखे जाने के प्रस्ताव पर सहमती जताई है.
जानवरों को मारने के लिए रखे जाएंगे 20 शार्प शूटर्स
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रस्ताव में जंगली जानवरों को मारने के लिए 20 शार्प शूटर्स रखने का फैसला लिया गया. इसको लेकर ग्राम पंचायत अध्यक्ष सुनील ने बताया कि पंचायत बोर्ड ने आधिकारिक रूप से जंगली जानवरों को खत्म करने का निर्णय लिया है. वह कहते हैं कि पंचायत बोर्ड के सभी सदस्य अपने निर्णय पर कायम हैं. उनका कहना है की जंगली जानवरों से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. किसान बड़ी मेहनत से फसले करते हैं, जिन्हें यह जानवर नष्ट कर रहे हैं .
इन जानवरों को मारने के लिए लाया गया प्रस्ताव
ग्राम पंचायत की बोर्ड मीटिंग में लाए गए इस प्रस्ताव पर पंचायत सचिव ने असहमति जताई है. उनका कहना है कि यह प्रस्ताववन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के खिलाफ है. इस अधिनियम के अनुसार केवल वार्डन ही किसी जंगली जानवर को मारने की अनुमति दे सकते हैं. इधर, प्रस्ताव में कहा गया है कि फसल नष्ट करने वाले बाघ, तेंदुआ, हाथी, जंगली सुअर, मोर, गौर और बाइसन को मारने के लिए 20 शार्प शूटर्स रखे जाएंगे. गांव वालों का यह प्रस्ताव चर्चा में बना हुआ है.
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