बिहार के जमुई जिले से शराब तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर अवैध शराब की तस्करी कर रहे हैं. तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर पुलिस और प्रशासन को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं. जमुई में पेट्रोल-डीजल टैंकर का इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए कर रहे थे. पुलिस ने इस टैंकर को जब्त कर लिया है और बड़ी मात्रा में शराब बरामद की है.
रविवार सुबह जमुई-चकाई मुख्य मार्ग के डुमरी चेक पोस्ट पर उत्पाद पुलिस ने संदेह के आधार पर एक डीजल-पेट्रोल टैंकर को रोका. ड्राइवर ने टैंकर में पेट्रोल होने की बात कही और पेट्रोल निकालकर भी दिखाया. लेकिन जब स्कैनर से जांच की गई, तो टैंकर के अंदर शराब की बोतलें पाई गईं. टैंकर से 1440 लीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसमें 1341 लीटर बीयर और 99 लीटर विदेशी शराब शामिल थी. बरामद शराब की कीमत लगभग 14 लाख रुपए बताई जा रही है.
पश्चिम बंगाल से की जा रही थी शराब की तस्करी
उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार ने बताया कि शराब पश्चिम बंगाल से गिरिडीह जिले के चतरो के रास्ते जमुई लाई जा रही थी.होली के त्योहार को देखते हुए शराब तस्कर सक्रिय हुए.इन पर सख्ती बरतने के लिए पुलिस की चार विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार छापेमारी कर रही है.
दो शराब तस्कर गिरफ्तार
इस मामले में दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव निवासी चंदन कुमार और संजीत कुमार के रूप में हुई है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है, ताकि इस तस्करी के पीछे शामिल बड़े माफियाओं तक पहुंचा जा सके.
उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस शराब तस्करों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई कर रही है. पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि गिरफ्तार तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर आगे भी छापेमारी अभियान चलाया जाएगा. जिससे अवैध शराब की तस्करी को पूरी तरह से रोका जा सके.
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