उमरिया : जब कभी भी इंसान और जानवरों के बीच दोस्ती और वफादारी की बात चलती है तो सबसे पहले तेरी मेहरबानियां मूवी याद आ जाती है। ठीक ऐसे ही एक बार फिर मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटे एक गांव में एक जांबाज कुत्ते और उसके मालिक की दोस्ती की कहानी सामने आई है। जहां एक पालतू कुत्ते ने अपने मालिक और उसके परिवार की जान बचाई। घटना उमरिया जिले के भरहुत गांव की है, जहां एक बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला करने की कोशिश की। बाघ के साथ हुए इस संघर्ष में कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया और दो दिन बाद उसकी मौत हो गई।
बाघ ने किया हमला, कुत्ते ने बचाई जान
दो दिन पहले बाघ रिजर्व की सीमा पार कर भरहुत गांव के पास पहुंचा। जहां बाघ ने शिवम बडगैया पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच उनके पालतू कुत्ता (जर्मन शेफर्ड) तुरंत उसकी मदद को आया और बाघ से डटकर लड़ाई की। कुत्ते ने पूरी ताकत से बाघ का मुकाबला किया और अपने मालिक की जान बचाई।
इस लड़ाई के दौरान बाघ ने कुत्ते की गर्दन को अपने जबड़े से दबाकर तोड़ दिया था। शिवम अपने कुत्ते को तुरंत पशु अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे इलाज दिया गया। पशु विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश सिंह ने बताया कि कुत्ते की गर्दन में गंभीर चोट आई थी। इलाज के बाद भी उसकी हालत खराब हो गई और अंततः दो दिन बाद उसकी मौत हो गई।
10 साल से था कुत्ते परिवार का सदस्य
शिवम ने बताया कि वह कुत्ते उनके घर में पिछले 10 सालों से था। वह उसे हर शाम टहलाने ले जाते थे और कुत्ते हमेशा उनका साथ देता था। इस बहादुरी के बाद गांव के सभी लोग इस श्वान की वफादारी की सराहना कर रहे हैं और उसे श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
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