हिंदू धर्म त्रयोदशी तिथि का बहुत महत्व माना जाता है. हर माह त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष का व्रत रखा जाता है. महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदेष व्रत रखा जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में प्रदोष के व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. प्रदोष का व्रत देवों के देव महादेव को समर्पित किया गया है. हिंदू धर्म शास्त्रों में इस दिन भगवान शिव के व्रत और पूजन का विधान है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत के दिन विधि पूर्वक व्रत और पूजन करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. इस दिन भगवान शिव का व्रत और पूजन करने ने जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव को पूजा के समय कुछ विशेष चीजें चढ़ाने से कारोबार में खुब तरक्की मिलती है. प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव का पूजन किया जाता है.
प्रदोष व्रत कब है ? Pradosh Vrat 2025 Date
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 25 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट पर हो जाएगा. वहीं, इस तिथि का समापन 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में प्रदोष व्रत 25 फरवरी को रखा जाएगा. इस दिन मलंगवार है. ऐसे में ये भौम प्रदोष व्रत रहेगा.
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें
- प्रदोष व्रत के दिन पूजन के समय शिवंलिंग पर दूध, दही, शहद चढ़ाकर मंत्र जपने चाहिए. मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर दूध, दही, शहद चढ़ाने और मंत्रों के जाप से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं, भगवान के आशीर्वाद से कारोबार में खूब तरक्की होती है.
- अगर आप अपने कारोबार में तरक्की प्राप्त करना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन पूजन के समय शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं. ऐसा करने से आपको कारोबारी खूब तरक्की और लाभ मिल सकता है.
- प्रदोष व्रत के दिन शिवंलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं. शिवंलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से कर्जों से छुटकारा मिलता है.
- शिवलिंग पर गलती से भी तुलसी, हल्दी और सिंदूर नहीं चढ़ाएं. मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से भगवान शिव रुष्ठ होते हैं, जिससे आपको अशुभ परिणाम मिल सकते हैं.
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