उत्तर प्रदेश का कानपुर को पान मसाला और गुटखे के लिए प्रसिद्ध है. ज्यादातर गुटखे के ब्रांड यही से निकले हैं. लेकिन जब से नए डीएम साहब ने शहर का चार्ज संभाला है, तब से गुटखे के खिलाफ उनकी मुहिम चर्चा का विषय बनी हुई है. उन्होंने कई बार लोगों को गुटखे के बारे में नसीहत दी है. शनिवार को भी एक नजारा देखने को मिला, जब एक व्यक्ति को गुटखा खाना महंगा पड़ गया.
शनिवार को समाधान दिवस चल रहा था. कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह समाधान दिवस के लिए शिवराजपुर गए हुए थे. वहां पर जनता अपनी समस्याएं बता रही थी और उनका समाधान किया जा रहा था. क्षेत्र के सभी आलाधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. उसी दौरान जन सुनवाई के समय एक व्यक्ति देवेंद्र पांडे भी पहुंचा हुआ था. बात करते समय डीएम ने देखा कि देवेंद्र पांडे ने गुटखा खाया हुआ है और इस वजह से वो ठीक से बोल भी नहीं पा रहा.
नाराज हुए डीएम
नसीहत देते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने व्यक्ति से पूछा कि तुम गुटखा खाकर कैसे आए हो. उन्होंने कहा कि गुटखा वैसे भी सेहत के लिए नुकसानदायक है और सरकारी जगहों पर गुटखा खाना कानून के खिलाफ है. डीएम की बात का देवेंद्र पांडे के पास कोई जवाब नहीं था. डीएम ने वहां मौजूद अधिकारियों को आदेश दिया कि देवेंद्र पांडे का 200 रुपए का जुर्माना किया जाए और उसकी रसीद भी उसको दी जाए.
युवक पर लगाया जुर्माना
डीएम का यह आदेश शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग कहते दिखाई दिए कि दो रुपये के गुटखे के लिए 200 रुपये का जुर्माना भरा, मतलब कि गुटखे की कीमत से 100 गुना जुर्माना.इससे पहले भी कुछ दिनों पहले जनता दरबार के दौरान एक व्यक्ति अपनी समस्या लेकर डीएम ऑफिस पहुंचा था. उसने भी गुटखा खाया हुआ था. तब डीएम ने उससे गुटखा और पान मसाला ना खाने का शपथ पत्र लिखवा लिया था. उसमें व्यक्ति की पत्नी ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर भी किए थे। तब सम्बन्धित व्यक्ति ने कभी भी गुटखा ना खाने की कसम खाई थी.
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