शिवम दुबे का जवाब नहीं, रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में खोल दिया ‘पंजा’, करियर में तीसरी बार किया ये कमाल
टीम इंडिया में हों तो नाम करते हैं और जब अपनी स्टेट टीम मुंबई से खेल रहे हों तो भी कमाल करते हैं, ऐसे धाकड़ ऑलराउंडर हैं शिवम दुबे. इस कमाल के खिलाड़ी ने अपने बेजोड़ परफॉर्मेन्स की एक और बेमिसाल छाप रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में छोड़ी है. विदर्भ के खिलाफ खेले मुकाबले में उन्होंने मुंबई के लिए पंजा खोला है. शिवम दुबे ने गेंद से कहर बरपाते हुए वो काम किया है, जिसे अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट के करियर में उन्होंने कुल मिलाकर तीसरी बार ही किया है.
शिवम दुबे का जवाब नहीं!
रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में मुंबई और विदर्भ की टीमें आमने सामने हैं. इस मुकाबले में विदर्भ ने पहले बल्लेबाजी की और उसने अपनी पहली पारी में 383 रन बनाए. विदर्भ के बल्लेबाजों ने अपनी इनिंग के दौरान मुंबई के हरेक बल्लेबाज के खिलाफ रन बटोरे. लेकिन शिवम दुबे के खिलाफ ऐसा करने की कोशिश में उन्हें अपनी टीम के आधे खिलाड़ियों के विकेट उन्हें देने पड़े.
शिवम दुबे ने 5 विकेट लेकर कर दिया कमाल
शिवम दुबे ने रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल की पहली पारी में विदर्भ के खिलाफ 5 विकेट झटके. उन्होंने ये 5 विकेट 11.5 ओवर में 49 रन देते हुए लिए. शिवम दुबे के लिए इन 5 विकेटों में एक विदर्भ के स्टार बल्लेबाज करुण नायर का भी विकेट रहा. उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर में ये तीसरी बार है जब उन्होंने 5 या उससे ज्यादा विकेट अपने नाम किए हैं.
विदर्भ के खिलाफ खेला जा रहा रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल शिवम दुबे के करियर का 25वां फर्स्ट क्लास मैच है. इस मैच में 5 विकेट लेकर उन्होंने क्रिकेट के इस फॉर्मेट में अपने विकेटों की कुल संख्या 58 कर ली है. शिवम दुबे के इस मैच से पहले खेले 24 फर्स्ट क्लास मैचों में 22.52 की औसत से 53 विकेट थे.
गेंद से कहर के बाद अब बल्ले के बरसने की बारी
मुंबई के लिए शिवम दुबे का काम हालांकि अभी पूरा नहीं हुआ है. विदर्भ को 383 रन पर समेटने के बाद अब बारी बल्ले का जोर दिखाने की है. मुंबई को इस रोल में भी अपने ऑलराउंडर शिवम दुबे से बड़ी आस होगी.
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